उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने बुधवार को लखनऊ में कहा कि यूपी बोर्ड कक्षा 10वीं और 12वीं के परिणाम और मार्कशीट जुलाई में घोषित की जानी चाहिए. उन्होंने उच्च शिक्षा विभाग से ग्रेजुएशन और पोस्ट- ग्रेजुएशन कोर्सेज में पारदर्शी तरीके से प्रवेश शुरू करने को कहा है.
आपको बता दें, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपीएमएसपी) ने 20 जून को कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों के मूल्यांकन के लिए नए फॉर्मूले की घोषणा की.
12वीं के छात्रों के परिणाम की गणना करने के लिए, कक्षा 10वीं में प्राप्त अंकों का 50 प्रतिशत, कक्षा 11 के वार्षिक में प्राप्त अंकों का 40 प्रतिशत परीक्षा या अर्धवार्षिक परीक्षा और कक्षा 12वीं के प्री-बोर्ड में प्राप्त अंकों के 10 प्रतिशत पर विचार किया जाएगा. वहीं कक्षा 10वीं के लिए, कक्षा 9वींमें प्राप्त 50 प्रतिशत अंक और कक्षा 10वीं के प्री-बोर्ड में प्राप्त 50 प्रतिशत अंकों पर विचार किया जाएगा.
इसी तरह हाई स्कूल में, 50% अंकों की गणना कक्षा 9 में प्राप्त कुल अंकों और कक्षा 10वीं के प्री-बोर्ड में प्राप्त अंकों के 50% के आधार पर की जाएगी.
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बता दें, यूपी माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित यूपी बोर्ड हाई स्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं के लिए कुल 56,04,628 उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया था. हाई स्कूल परीक्षा के लिए, 29,94,312 उम्मीदवारों ने पंजीकरण किया था, जिनमें से 29,74,487 (99.34%) नियमित छात्र थे और 19,825 निजी उम्मीदवारों के रूप में नामांकित थे. इसी तरह इंटरमीडिएट (कक्षा 12) में 26,10,316 छात्रों ने पंजीकरण कराया था, इनमें से 25,17,658 नियमित थे और 92,658 निजी छात्र थे.
शर्मा ने उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा आयोग के संबंध में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए विधान भवन में एक बैठक की अध्यक्षता की. उन्होंने कहा कि नवनियुक्त शिक्षकों को कार्य आवंटित किया जाए. बैठक में वस्तुतः बुनियादी शिक्षा मंत्री सतीश चंद द्विवेदी ने भाग लिया.
शर्मा ने अधिकारियों को माध्यमिक और उच्च शिक्षा विभाग के प्रधानाचार्यों और शिक्षकों के लिए 28 जून तक
ट्रांसफर पोर्टल खोलने का निर्देश दिया.