Admission in Open and Distance Learning Programmes: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने शैक्षणिक वर्ष 2024-25 के लिए ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग (ओडीएल) और ऑनलाइन प्रोग्रामों में प्रवेश पाने के इच्छुक छात्रों के लिए एक नई नामांकन प्रक्रिया शुरू की है. यूजीसी के अध्यक्ष प्रो. ममीडाला जगदीश कुमार ने बुधवार को आईएएस को बताया, "सितंबर 2024 से प्रभावी होने वाले इस बदलाव का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि छात्र ओडीएल कार्यक्रम और ऑनलाइन कार्यक्रम प्रदान करने के लिए केवल अनुमोदित उच्च शिक्षण संस्थानों (एचईआई) में ही दाखिला लें और प्रवेश प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ाएं. यूजीसी (ओडीएल कार्यक्रम और ऑनलाइन कार्यक्रम) विनियम, 2020 ऐसे कार्यक्रमों के लिए न्यूनतम मानक निर्धारित करते हैं और मान्यता प्राप्त संस्थानों की सूची यूजीसी दूरस्थ शिक्षा ब्यूरो की वेबसाइट पर उपलब्ध है. हाल ही में गैर-मान्यता प्राप्त संस्थानों द्वारा छात्रों को प्रवेश देने के मुद्दों ने इस मानकीकृत प्रक्रिया की जरूरत पड़ी."
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यूजीसी ने एक तंत्र विकसित किया है जिसके तहत छात्रों को यूजीसी-डीईबी वेब पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा और अपने एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (एबीसी)-आईडी का उपयोग करके एक यूनिक डीईबी-आईडी बनाना होगा. यह डीईबी-आईडी विदेशी लर्नर को छोड़कर मान्यता प्राप्त ओडीएल/ऑनलाइन कार्यक्रमों में दाखिला लेने वाले सभी छात्रों के लिए अनिवार्य होगा और यह लाइफ टाइम के लिए वैध होगा. यूजीसी चेयरमैन ने कहा कि उच्च शिक्षा संस्थानों से आग्रह किया जाता है कि वे इस नई प्रवेश प्रक्रिया को कुशलतापूर्वक लागू करें और नए लर्नर में इसे बढ़ावा दें ताकि सफल अपनाने और संचालन को सुनिश्चित किया जा सके.
छात्रों के लिए नई प्रक्रिया
शैक्षणिक वर्ष 2024-25, सितंबर 2024 से शुरू होने वाले शैक्षणिक सत्र और उसके बाद से मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा (ओडीएल) या ऑनलाइन प्रोग्रामों में दाखिला लेने वाले छात्रों के लिए नई प्रक्रिया, केवल अनुमोदित उच्च शिक्षण संस्थानों में नामांकन सुनिश्चित करने और प्रवेश में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए - यूजीसी (ओडीएल कार्यक्रम और ऑनलाइन कार्यक्रम) विनियम, 2020 में उच्च शिक्षण संस्थानों द्वारा मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा मोड और ऑनलाइन मोड में कार्यक्रमों की पेशकश के लिए न्यूनतम मानक निर्धारित किए गए हैं. ओडीएल/ऑनलाइन मोड में कार्यक्रमों की पेशकश करने के लिए आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त/पात्र विश्वविद्यालयों की वर्षवार सूची यूजीसी दूरस्थ शिक्षा ब्यूरो की वेबसाइट https://deb.ugc.ac.in/ पर उपलब्ध है.
गैर-मान्यता प्राप्त ओडीएल/ऑनलाइन कार्यक्रमों
यूजीसी ने कहा कि हाल ही में आयोग के संज्ञान में आया है कि कुछ उच्च शिक्षा संस्थानों ने गैर-मान्यता प्राप्त ओडीएल/ऑनलाइन कार्यक्रमों में छात्रों को प्रवेश दिया है, जिससे छात्रों का भविष्य दांव पर लगा है. ऐसी घटनाओं को रोकने और ओडीएल और ऑनलाइन मोड में प्रवेश में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए, आयोग ने 25 जून, 2024 को आयोजित अपनी 581वीं बैठक में ओडीएल और ऑनलाइन मोड में दाखिला लेने वाले छात्रों के लिए प्रवेश प्रक्रिया को मानकीकृत करने का निर्णय लिया, ताकि उनके शैक्षणिक भविष्य और करियर की संभावनाओं की रक्षा की जा सके.
यूनिक डीईबी-आईडी
इसके लिए यूजीसी ने पारदर्शी प्रवेश प्रक्रिया के लिए एक तंत्र विकसित किया है, जिसके तहत ओडीएल/ऑनलाइन कार्यक्रमों में नामांकन लेने के इच्छुक किसी भी छात्र को एक यूनिक डीईबी-आईडी बनाने के लिए अपने अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (एबीसी)-आईडी के साथ यूजीसी-डीईबी वेब पोर्टल (यूआरएल लिंक: https://deb.ugc.ac.in/ और https://deb.ugc.ac.in/StudentDebId) पर पंजीकरण करना होगा. शैक्षणिक वर्ष 2024-25 से सितंबर, 2024 (जुलाई-अगस्त, 2024 से संशोधित) और उसके बाद मान्यता प्राप्त/पात्र उच्च शिक्षा संस्थानों में ओडीएल/ऑनलाइन कार्यक्रमों में दाखिला लेने के इच्छुक प्रत्येक छात्र (विदेशी शिक्षार्थियों को छोड़कर) के लिए डीईबी-आईडी बनाना जरूरी होगा. अधिकारी ने कहा कि यूजीसी-डीईबी वेब पोर्टल पर एक बार जनरेट किया गया डीईबी-आईडी लाइफ टाइम ओडीएल/ऑनलाइन लर्निंग के लिए वैध होगा.
एम जदगीश कुमार ने कहा, कुमार ने कहा कि सभी उच्च शिक्षण संस्थानों से अनुरोध है कि वे अपेक्षित एपीआई एकीकरण प्रक्रिया करके ओडीएल और ऑनलाइन मोड प्रवेश प्रक्रिया के लिए नई प्रणाली के सुचारू कार्यान्वयन में तेजी लाएं और इसके सफल कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए नए लर्नर केबीच इस पहल को बढ़ावा दें.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)