तमिलनाडु सरकार: रद्द की गई 12वीं बोर्ड परीक्षा, CM स्टालिन ने PM मोदी से की NEET कैंसिल करने की मांग

तमिलनाडु सरकार ने कक्षा 12वीं की राज्य बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने की घोषणा की और कहा कि छात्रों को अंक देने पर फैसला करने के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा.

विज्ञापन
Read Time: 20 mins
नई दिल्ली:

तमिलनाडु सरकार ने  कक्षा 12वीं की राज्य बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने की घोषणा की और कहा कि छात्रों को अंक देने पर फैसला करने के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा.

मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने इसकी घोषणा करते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) जैसी सभी राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षाओं को रद्द करने और तमिलनाडु को अकेले कक्षा 12वीं के अंकों के आधार पर MBBS सहित पेशेवर सीटों को भरने की अनुमति देने का आग्रह किया.

राज्य सरकार ने कहा कि बोर्ड परीक्षा को रद्द करने का निर्णय तमिलनाडु के कई हिस्सों में कोविड ​​​​-19 की दूसरी लहर के निरंतर उच्च प्रसार और तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए लिया गया था.

उन्होंने कहा, "इस वर्ष के लिए कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी गई है," यह कहते हुए कि छात्रों की भलाई को देखते हुए निर्णय लिया गया था."

एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि स्कूल शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया जाएगा जो छात्रों को अंक देने पर फैसला करेगी और उसकी सिफारिश के आधार पर अंक दिए जाएंगे. इस तरह के अंक ही कॉलेज के कोर्सेज में प्रवेश का आधार होंगे.

Advertisement

परीक्षा रद्द करने के कारणों की व्याख्या करते हुए, सरकार ने बताया कि 18 वर्ष से कम आयु के छात्रों का टीकाकरण नहीं किया जा सकता है और उन सभी को एक ही समय में परीक्षा में बैठने की अनुमति देने से वायरस फैलने की संभावना बढ़ सकती है. ऐसे में परीक्षा रद्द करन का फैसला लिया गया.

इस बीच, प्रधानमंत्री को लिखे एक पत्र में, स्टालिन ने उन्हें राज्य द्वारा अपनी बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने और छात्रों के मूल्यांकन और उन्हें अंक देने के लिए मानदंड तय करने के लिए एक पैनल का गठन करने से अवगत कराया. उन्होंने कहा, "हमारे राज्य में पेशेवर, कला और विज्ञान कोर्सेज में प्रवेश इन अंकों के आधार पर किया जाएगा जो छात्रों को प्रदान किए जाएंगे."

Advertisement

उन्होंने कहा कि निर्णय छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए और शिक्षाविदों, शिक्षकों, अभिभावकों और चिकित्सा पेशेवरों के एक बड़े वर्ग द्वारा व्यक्त की गई चिंताओं को ध्यान में रखते हुए किए गए हैं.

महामारी को ध्यान में रखते हुए, उन्होंने कहा कि किसी भी व्यावसायिक पाठ्यक्रम के लिए राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा आयोजित करना छात्रों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए बेहद हानिकारक होगा.

Advertisement

 एम के स्टालिन  ने कहा, "इसलिए मैं आपसे NEET जैसी सभी राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षाओं के आयोजन को रद्द करने का आग्रह करता हूं, क्योंकि कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने के लिए जो कारण जोड़े गए हैं, वे समान रूप से प्रवेश परीक्षाओं पर भी लागू होते हैं."

हमारे राज्य को अकेले कक्षा 12वीं के अंकों के आधार पर MBBS सीटों सहित सभी पेशेवर सीटों को भरने की अनुमति दी जा सकती है, जैसा कि हमने हमेशा जोर दिया है. मुझे यकीन है कि आप मेरे अनुरोध की निष्पक्षता की सराहना करेंगे और इस पर अनुकूल कार्रवाई करेंगे."

Featured Video Of The Day
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र चुनाव में महायुति करेगी वापसी? CM Shinde से खास बातचीत | EXCLUSIVE