साइंटिस्टों ने ढूंढ निकाला 8वां 'महाद्वीप', 94 प्रतिशत हिस्सा पानी के भीतर, 375 साल से था मिसिंग

वैज्ञानिकों ने सालों से मिसिंग एक महाद्वीप को अब ढूंढ निकाला है. लगभग 375 वर्षों के बाद, भूवैज्ञानिकों ने एक ऐसे महाद्वीप की खोज की है जो छिपा हुआ था. जीलैंडिया 1.89 मिलियन वर्ग मील का एक विशाल महाद्वीप है.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
साइंटिस्टों ने ढूंढ निकाला 8वां 'महाद्वीप
नई दिल्ली:

8th Continent: वैज्ञानिकों ने सालों से मिसिंग एक महाद्वीप को अब ढूंढ निकाला है. लगभग 375 वर्षों के बाद, भूवैज्ञानिकों ने एक ऐसे महाद्वीप की खोज की है जो छिपा हुआ था. Phys.org की रिपोर्ट के अनुसार, भूवैज्ञानिकों और भूकंप विज्ञानियों की एक छोटी टीम ने जीलैंडिया ( Zealandia) या ते रिउ-ए-माउई का नया मैप बनाया है. शोधकर्ताओं ने समुद्र तल से बरामद चट्टान के नमूनों से प्राप्त आंकड़ों का उपयोग करके जीलैंडिया महाद्वीप को पाया है. यह शोध टेक्टोनिक्स जर्नल में प्रकाशित किया गया है. बता दें कि ज़ीलैंडिया मूल रूप से गोंडवाना के प्राचीन महाद्वीप का हिस्सा था, जो लगभग 550 मिलियन वर्ष पहले बना था.

World Universities Ranking 2024: अन्ना यूनिवर्सिटी टॉप पे, 2nd नंबर पर जामिया, 3rd नंबर पर वर्धा की यूनिवर्सिटी, देखें लिस्ट में और कौन-कौन

बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, जीलैंडिया 1.89 मिलियन वर्ग मील (4.9 मिलियन वर्ग किमी) का एक विशाल महाद्वीप है, यह मेडागास्कर से लगभग छह गुना बड़ा है. वैज्ञानिकों की टीम ने बताया कि वास्तव में 8 महाद्वीप हैं. इस महाद्वीप ने दुनिया में सबसे छोटे, सबसे पतले और सबसे युवा होने के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं.

Advertisement

यह नया महाद्वीप 94 प्रतिशत पानी के भीतर है, जिसमें न्यूजीलैंड के समान ही कुछ मुट्ठी भर द्वीप हैं. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, न्यूज़ीलैंड क्राउन रिसर्च इंस्टीट्यूट जीएनएस साइंस के भूविज्ञानी एंडी टुलोच, जो ज़ीलैंडिया की खोज करने वाली टीम का हिस्सा थे. वे कहते हैं, "यह इस बात का उदाहरण है कि कभी किसी स्पष्ट चीज़ को भी उजागर करने में समय लग सकता है."

Advertisement

MBBS स्टूडेंट के लिए खुशखबरी, राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग को मिला WFME मान्यता, देश के डॉक्टर अब US, ऑस्ट्रेलिया में कर सकेंगे प्रैक्टिस

Advertisement

वैज्ञानिकों का कहना है कि जीलैंडिया का अध्ययन करना हमेशा से कठिन रहा है. वैज्ञानिक अब समुद्र तल से लाए गए चट्टानों और तलछट के नमूनों के संग्रह का इसका अध्ययन कर रहे हैं. Phys.org ने बताया कि चट्टान के नमूनों के अध्ययन से पश्चिम अंटार्कटिका में भूगर्भिक पैटर्न का पता चला है, जो न्यूजीलैंड के पश्चिमी तट से दूर कैंपबेल पठार के पास एक सबडक्शन जोन की संभावना का संकेत देता है. नया नक्शा न केवल ज़ीलैंडिया महाद्वीप के मैग्मैटिक आर्क एक्सिस का स्थान बताता है बल्कि अन्य प्रमुख भूवैज्ञानिक विशेषताओं को भी उजागर करता है. 

Advertisement

JEE परीक्षा बिना पास किए आईआईटी में मिलेगा दाखिला, रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू, आवेदन की लास्ट डेट देखें

Featured Video Of The Day
Amit Shah का Ambedkar पर दिए गए बयान पर क्या मौका चूक गया विपक्ष? | NDTV Election Cafe