पंजाब सरकार ने कहा, कोरोना में अनाथ हुए बच्चों की ग्रेजुएशन लेवल तक मुफ्त होगी पढ़ाई

पंजाब सरकार का ऐलान, जिन बच्चों ने कोरोना महामारी के कारण खो दिए हैं अपने माता- पिता, उन्हें फ्री में ग्रेजुएशन लेवल तक पढ़ाई करवाई जाएगी.

विज्ञापन
Read Time: 19 mins
नई दिल्ली:

कोरोना महामारी के दौरान कुछ बच्चों के माता- पिता ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है. वहीं कई राज्य की सरकार ने उन बच्चों की पढ़ाई का खर्चा उठाने की जिम्मदारी ली है. ऐसे में पंजाब सरकार ने भी आगे बढ़कर कहा कि उनके राज्य में जिन बच्चों ने माता- पिता या परिवार में कमाने वाले सदस्य को खो दिया है. उन्हें ग्रेजुएशन लेवल तक मुफ्त शिक्षा दी जाएगी.  पढ़ाई का सारा खर्चा सरकार उठाएगी. इसी के साथ समाजिक सुरक्षा पेंशन के रूप में 1500 रुपये प्रति महीने बच्चों को दिए जाएंगे.

बता दें, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस बात की जानकारी दी. उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI को बताया, "जिन छात्रों ने अपने माता-पिता या परिवारों को खो दिया है, जिन्होंने महामारी से कमाई करने वाले सदस्यों को खो दिया है, उन्हें इस नई योजना के तहत स्नातक स्तर तक मुफ्त शिक्षा की पेशकश की जाएगी. सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी कहा कि ऐसा करना राज्य का कर्तव्य है."

Advertisement

इस संबंध में जारी सरकारी बयान के अनुसार 21 साल की उम्र तक यानी  ग्रेजुएशन लेवल  तक के छात्रों को राहत के उपाय उपलब्ध कराए जाएंगे. इससे पहले छात्रों के लिए स्कूल और कॉलेज की शिक्षा मुफ्त होगी.

Advertisement

कोविड -19 महामारी के कारण अनाथ छात्रों को मुफ्त शिक्षा के अलावा, जिन परिवारों ने अपनी कमाई वाले सदस्य को खो दिया है,  उन्हें भी 1500 रुपये मासिक सामाजिक सुरक्षा पेंशन के रूप में दिए जाएंगे.

Advertisement

Featured Video Of The Day
Top News April 7: Prayagraj में गाजी मियां की दरगाह पर भगवा झंडा, हंगामा | Ram Navami 2025 | Sambhal
Topics mentioned in this article