Nobel Prize 2023: नोबेल पुरस्कार की घोषणा सोमवार से शुरू कर दी गई है. पहले दिन कोरोनारोधी टीके का फॉर्मूला बनाने वाले वैज्ञानिक कारिको और ड्रू वीजमैन को दिया गया है. उन्हें यह पुरस्कार चिकित्सा के क्षेत्र में दिया जाएगा. इन दोनों वैज्ञानिकों ने कोविड-19 महामारी के इलाज के लिए एमआरएन तकनीक की वैक्सीन तैयार की. यह तकनीक कोरोना वायरस के लड़ने में सबसे अधिक प्रभावशाली साबित हुई. नोबेल असेंबली के सचिव थॉमस पर्लमैन ने पुरस्कार की घोषणा की है. इस साल अलग-अलग क्षेत्रों में नोबेल पुरस्कार के लिए 351 उम्मीदवार हैं.
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कौन हैं ये दोनों वैज्ञानिक
कैटालिन कारिको का जन्म 1955 में हंगरी के स्ज़ोलनोक में हुआ था. उन्होंने 1978 में बायोलॉजी में स्नातक की डिग्री और 1982 में सेज्ड विश्वविद्यालय से बायो केमिस्ट्री में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की. वहीं ड्रू वीजमैन का जन्म 1959 में अमेरिका के मैसाचुसेट्स के लेक्सिंगटन में हुआ था. उन्होंने 1981 में ब्रैंडिस यूनिवर्सिटी से बायोकैमिस्ट्री में बीए और एंजाइमोलॉजी में एमए किया. वीजमैन ने 1987 में बोस्टन विश्वविद्यालय से इम्यूनोलॉजी में एमडी और माइक्रोबायोलॉजी में पीएचडी की डिग्री प्राप्त की.
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अब तक 227 को मिला
नोबेल पुरस्कार की शुरुआत 1901 में हुई थी, तब से 2022 तक चिकित्सा के क्षेत्र में 227 लोगों को इससे सम्मानित किया जा चुका है. चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल जीतने वालों में एक भारतवंशी हरगोबिंद सिंह खुराना भी हैं जिन्हें साल 1968 में यह पुरस्कार मिला था. बता दें कि आज भैतिकी के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कारों की घोषणा की जाएगी, वहीं बुधवार को यानी कल केमिस्ट्री के फिल्ड में, गुरुवार को साहित्य के फिल्ड में इन पुरस्कारों की घोषणा की जाएगी. इसके बाद नोबेल शांति पुरस्कार और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कारों की घोषणा की जाएगी.
आठ करोड़ रुपये का इनाम
नोबेल पुरस्कार 2023 जीतने वाले व्यक्ति को 10 लाख डॉलर यानी करीब आठ करोड़ रुपये का नकद इनाम दिया जाएगा. पुरस्कार की यह राशि नोबेल विजेता को पुरस्कार के संस्थापक और स्वीडन के आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल की छोड़ी हुई वसीयत से दिया जाता है.