NEET 2024 Syllabus Revised: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जेईई, सीयूईटी और नीट परीक्षा तिथियों का ऐलान कर दिया है. जेईई परीक्षा 2024 जनवरी-अप्रैल महीने में होनी है. वहीं नीट 2024 परीक्षा का आयोजन 5 मई को किया जाना है. नीट परीक्षा के जरिए तमाम बोर्ड से कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा दे चुके और बोर्ड परीक्षा 2024 देने वाले छात्र-छात्राओं को एमबीबीएस, बीडीएस और यूजी के अन्य कोर्सों में प्रवेश मिलता है. अगर आप भी मेडिकल की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा नीट की तैयारी कर रहे हैं तो आपको बता दें कि एनएमसी ने नीट परीक्षा के सिलेबस में बदलाव किया है. नेशनल मेडिकल कमिशन (NMC) ने नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेस टेस्ट-अंडरग्रेजुएट (NEET UG 2024) के लिए सिलेबस को संशोधित किया है. परीक्षा पैटर्न के अनुसार, नीट यूजी 2024 प्रश्न पत्र में दो सेक्शन होंगे. सेक्शन ए में 35 प्रश्न होंगे और सेक्शन बी में 15 प्रश्न होंगे, जिनमें से स्टूडेंट किसी भी 10 प्रश्न का प्रयास करना चुन सकते हैं. नीट परीक्षा का संशोधित सिलेबस एनएमसी की आधिकारिक वेबसाइट nmc.org.in पर अपलोड कर दिया गया है.
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एनएमसी विभिन्न राज्य बोर्डों के साथ-साथ सीबीएसई, एनसीईआरटी सिलेबस की समीक्षा के बाद नीट यूजी सिलेबस की सिफारिश करता है. एनएमसी ने कहा, "हितधारकों को अध्ययन सामग्री की तैयारी के लिए और शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए नीट (यूजी) परीक्षाओं की तैयारी के लिए नीट (यूजी) -2024 के लिए अपडेटेड सिलेबस का संदर्भ लेने की सलाह दी जाती है."
नीट परीक्षा के तीन विषयों में बदलाव
नीट की परीक्षा मूलभूत तीन विषयों की परीक्षा होती है- फिजिक्स, केमिस्ट्री और बॉयोलॉजी. नेशनल मेडिकल कमिशन ने तीन विषयों के सिलेबस में बदलाव किया है. फिजिक्स विषय की बात करें तो कमिशन ने फिजिक्स एंड मेजरमेंट में काइनेमेटिक्स, लॉ ऑफ मोशन, वर्क, एनर्जी एंड पावर, रोटेशनल मोशन, ग्रैविटेशन, काइनेटिक थ्योरी ऑफ गैसेस के साथ इलेक्ट्रोस्ट्रेटिक्स में करंट इलेक्ट्रिसिटी, ऑप्टिक्स आदि टॉपिक्स सिलेबस में बदलाव किया है.
कमिशन ने केमिस्ट्री विषय के तीनों भाग, आर्गेनिक, इनऑर्गेनिक और फिजिकल केमिस्ट्री के सिलेबस में बदलाव किया गया है. केमिस्ट्री, फिजिक्स के साथ आयोग ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा के बेस यानी बॉयोलॉजी विषय के सिलेबस में भी कई बड़े बदलाव किए हैं. बॉयोलॉजी के डायवर्सिटी ऑफ लिविंग वर्ल्ड, रीप्रोडक्शन, जेनेटिक्स एंड इवैल्यूएशन, बॉयोलॉजी एंड ह्यूमन वेलफेयर, प्लांट साइकोलॉजी, ह्यूमन साइकोलॉजी, इकोलॉजी एंड एन्वाइरन्मेंट में बदलाव किया है.