JNU PhD Entrance Exam: जवाहरलान नेहरू विश्वविद्यालय अगले साल से खुद की पीएचडी प्रवेश परीक्षा का आयोजन करेगा. इसकी घोषणा हाल ही में विश्वविद्यालय के कुलपति संतश्री डी पंडित ने की है. बता दें कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के जेएनयू पीएचडी प्रवेश परीक्षा का आयोजन पिछले तीन साल से राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा किया जा रहा था. जिसे लेकर जेएनयू शिक्षक संघ और छात्र संघ द्वारा लगातार विरोध किया जा रहा था. इसे देखते हुए विश्वविद्यालय ने अगले शैक्षणिक सत्र से पीएचडी प्रवेश का आयोजन खुद करने का निर्णय लिया है. कुलपति संतश्री डी पंडित ने कहा कि बहुमत की राय इस पक्ष में थी कि पीएचडी प्रवेश पिछले पैटर्न के माध्यम से आयोजित किया जाए.
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पंडित ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, "हम पीएचडी प्रवेश के लिए जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा पर वापस जाएंगे क्योंकि पीएचडी के लिए बहुमत की यही राय है, क्रिटिकल एनालिसिस महत्वपूर्ण, MCQ इसकी इजाजत नहीं देता है."
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) पिछले तीन साल से परीक्षा करा रही थी. यह परीक्षा सीबीटी मोड में आयोजित की जा रही थी. पीएचडी प्रोग्रामों में प्रवेश पाने के इच्छुक उम्मीदवारों को कंप्यूटर आधारित टेस्ट में शामिल होना था. पिछले साल से शिक्षकों और छात्रों ने NTA के नेतृत्व वाली परीक्षा की समस्याओं के बारे में बताया था.
इस साल की शुरुआत में, जेएनयू शिक्षक संघ ने आरोप लगाते हुए कहा था कि विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित पीएचडी प्रोग्रामों में दाखिले बेहद घटिया तरीके से किए जा रहे हैं. वहीं पिछले दिनों जेएनयू छात्र संघ ने विश्वविद्यालयों की अकादमिक स्वायत्तता बहाल करने और परीक्षा आयोजित करने की जिम्मेदारी विश्वविद्यालय को वापस देने की मांग को लेकर प्रदर्शन भी किया था.