JEE Main 2022: ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (Joint Entrance Examination) यानी जेईई मेन 2022 (JEE Main 2022) सेशन 1 एग्जाम का आयोजन 20 जून और 29 जून से होने जा रहा है. हालांकि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Testing Agency) ने जेईई मेन के लिए एडमिट कार्ड अब तक जारी नहीं किया है. जेईई मेन एडमिट कार्ड 2022 (JEE Main admit card 2022) का एडमिट कार्ड रविवार को ही जारी होने वाला था, लेकिन अब तक जारी नहीं हुआ है. ये भी पढ़ेंः JEE Main 2022: जेईई मेन के लिए एडमिट कार्ड 10 जून को होंगे जारी, ऑफिशियल वेबसाइट से कर सकेंगे डाउनलोड
JEE Main 2022: जेईई मेन पहले राउंड के लिए आवेदन का आज आखिरी मौका
इंजीनियरिंग के उम्मीदवार जेईई मेन परीक्षा में सीमित समय में अधिक से अधिक प्रश्नों का उत्तर दे सकते हैं. जेईई मेन कट-ऑफ अंक हर साल बढ़ रहे हैं, इसलिए एक उम्मीदवार को जेईई एडवांस में बैठने और अपने वांछित कॉलेजों में प्रवेश पाने के लिए योग्य होने के लिए पर्याप्त उच्च अंक प्राप्त करना होगा. इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए, जेईई मेन परीक्षा पैटर्न और उससे जुड़े पाठ्यक्रम को जानना जरूरी है.
JEE Main 2022: परीक्षा का पैर्टन जानें
एनटीए जेईई मेन बीई, बीटेक पेपर पेपर 1 के रूप में आयोजित करेगा, जबकि बार्च और बीप्लानिंग पेपर क्रमशः पेपर 2 ए और पेपर 2 बी के रूप में आयोजित किए जाएंगे. जेईई मेन 2022 परीक्षा पैटर्न के अनुसार, बीटेक, बीआर्क और बीप्लानिंग पेपर में बहुविकल्पीय प्रश्न (एमसीक्यू) और संख्यात्मक प्रश्न होंगे. जबकि बीई, या बीटेक, पेपर में तीन पार्ट होंगे- भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित. इसमें 90 प्रश्न शामिल होंगे, बार्क पेपर, या जेईई मेन पेपर 2 ए में तीन पार्ट होंगे - गणित, योग्यता परीक्षण और ड्राइंग. बीप्लानिंग पेपर, या जेईई मेन पेपर 2बी में गणित, एप्टीट्यूड टेस्ट और योजना-आधारित प्रश्न शामिल होंगे.
JEE Main 2022: परीक्षा के पैर्टन
अच्छे कट-ऑफ अंकों के साथ इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में सफल होने के लिए, जेईई मेन के उम्मीदवारों को विषयों के प्रत्येक खंड के अंतर्गत आने वाले विषयों को जानना होगा. उम्मीदवारों को जेईई मेन के सिलेबस के मुताबिक तैयारी रखना चाहिए. छात्र अपनी ताकत और कमजोरियों का मूल्यांकन करें और उसी के अनुसार विषयों पर ध्यान केंद्रित करें. जो पढ़ रहे हैं उसका रिवीजन करते रहें. किसी भी चैप्टर को पढ़ते समय नोट्स बनाएं. प्रत्येक परीक्षा के बाद परीक्षण विश्लेषण का अभ्यास करें और गलतियों से सीखें. तैयारी करते समय छोटे-छोटे ब्रेक लेते रहें.