सीबीएसई ने जेईई मेन के नतीजों में तीसरे स्थान पर रहे महाराष्ट्र के पार्थ लटुरिया
नई दिल्ली:
सीबीएसई ने जेईई मेन के नतीज़े सोमवार को घोषित किए गए. इसमें दो लाख से ज्यादा छात्रों ने क्वालीफाई किया है. इसमें आंध्र प्रदेश के दो छात्र पहले दो स्थानों पर रहे जबकि तीसरे स्थान पर रहे महाराष्ट्र के पार्थ लटुरिया. पार्थ परीक्षा की तैयारी के लिए पिछले दो साल से सोशल मीडिया से दूरी बनाए हुए हैं.
पार्थ लटुरिया की सफ़लता का राज़ जानने के लिए एनडीटीवी ने उनसे बात की. पार्थ उन छह छात्रों में से हैं जिन्हें सबसे अधिक 350 अंक मिले हैं. पार्थ फिलहाल अपनी जेईई मेन और एडवांस्ड तैयारी के लिए कोटा के एलन से कोचिंग कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें : JEE Main Result 2018: खत्म हुआ इंतजार, CBSE ने जारी किया रिजल्ट
पार्थ बताते हैं कि फिजिक्स की तैयारी के लिए मोटे तौर पर वे एचसी वर्मा और थोड़ा बहुत रेसनिक हेलिडे की क़िताब पर निर्भर थे. मैथ्स के लिए उन्होंने अलजेब्रा, कोआर्डिनेट ज्योमेट्री, ट्रिगनोमेट्री और कैलकुलस पर आपने ज्यादा वक़्त दिया था. जहां तक केमिस्ट्री का सवाल है आर्गेनिक केमिस्ट्री के लिए उन्होंने मॉरिसन की किताब पढ़ी थी जबकि इनऑर्गेनिक के लिए जेडी ली से तैयारी की. अब पार्थ एडवांस्ड के लिए सबसे ज़्यादा इस बात पर जोर दे रहे हैं कि जो चीज़ें गलत हो रही हैं उसे ठीक किया जाए.
पार्थ बताते हैं कि हर रोज़ वे कोचिंग से जो भी होम वर्क करने को मिलता था उसमें बहुत रेगुलर थे. अब उनके सामने एडवांस की चुनौती है और उनका आईडिया है कि अब तक उन्होंने जो भी गलतियां की हैं उसे सुधारा जाए ताकि एडवांस्ड में भी टॉप रैंकर बन सके. पार्थ ने कोई दो सालों से खुद को सोशल मीडिया से दूर रखा है.
पार्थ लटुरिया की सफ़लता का राज़ जानने के लिए एनडीटीवी ने उनसे बात की. पार्थ उन छह छात्रों में से हैं जिन्हें सबसे अधिक 350 अंक मिले हैं. पार्थ फिलहाल अपनी जेईई मेन और एडवांस्ड तैयारी के लिए कोटा के एलन से कोचिंग कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें : JEE Main Result 2018: खत्म हुआ इंतजार, CBSE ने जारी किया रिजल्ट
पार्थ बताते हैं कि फिजिक्स की तैयारी के लिए मोटे तौर पर वे एचसी वर्मा और थोड़ा बहुत रेसनिक हेलिडे की क़िताब पर निर्भर थे. मैथ्स के लिए उन्होंने अलजेब्रा, कोआर्डिनेट ज्योमेट्री, ट्रिगनोमेट्री और कैलकुलस पर आपने ज्यादा वक़्त दिया था. जहां तक केमिस्ट्री का सवाल है आर्गेनिक केमिस्ट्री के लिए उन्होंने मॉरिसन की किताब पढ़ी थी जबकि इनऑर्गेनिक के लिए जेडी ली से तैयारी की. अब पार्थ एडवांस्ड के लिए सबसे ज़्यादा इस बात पर जोर दे रहे हैं कि जो चीज़ें गलत हो रही हैं उसे ठीक किया जाए.
पार्थ बताते हैं कि हर रोज़ वे कोचिंग से जो भी होम वर्क करने को मिलता था उसमें बहुत रेगुलर थे. अब उनके सामने एडवांस की चुनौती है और उनका आईडिया है कि अब तक उन्होंने जो भी गलतियां की हैं उसे सुधारा जाए ताकि एडवांस्ड में भी टॉप रैंकर बन सके. पार्थ ने कोई दो सालों से खुद को सोशल मीडिया से दूर रखा है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं