आईसीएआई यानी द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया (ICAI) ने देश भर के छात्रों के लिए कॉमर्स बेस्ड स्किल कोर्स को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है. इसका उद्देश्य सीबीएसई बोर्ड के छात्रों को फाइनेंशियल लिटरेसी से जोड़ना है. इसके जरिए स्टूडेंट्स को उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप डिज़ाइन किए गए विशेष पाठ्यक्रमों से जोड़ा जाएगा. इस सहयोग का उद्देश्य आईसीएआई और सीबीएसई के बीच कॉमर्स-उन्मुख कौशल को बढ़ावा देने के लिए सहयोग को बढ़ावा देना है, विशेष रूप से बीएफएसआई क्षेत्र में.आईसीएआई ने बताया कि मुख्य ध्यान उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप डिज़ाइन किए गए विशेष पाठ्यक्रमों के माध्यम से छात्रों के कौशल और रोजगार क्षमता को बढ़ाने पर होगा.
आईसीएआई कोर्स कटेंट, सिलेबस डेवलपमेंट, स्टडी मैटेरियल, ट्रेनिंग मॉड्यूल अलग से तैयार करेगी. आईसीएआई और सीबीएसई इसके लिए संयुक्त रूप से भारत भर में सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों के स्कूल प्रिंसिपलों, शिक्षकों और प्रबंधन टीमों के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करेगा. कार्यक्रम बीएफएसआई क्षेत्र के तहत वाणिज्य-आधारित कौशल पाठ्यक्रमों को बढ़ावा देने और छात्रों के कैरियर विकास के लिए इन पाठ्यक्रमों के महत्व को उजागर करने पर केंद्रित होगा. यही नहीं सीबीएसई वाणिज्य से संबंधित विषयों के शिक्षकों के लिए क्षमता निर्माण पहल का आयोजन करेगा ताकि उन्हें इन पाठ्यक्रमों को प्रभावी ढंग से पढ़ाने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस किया जा सके.
आईसीएआई ने अब तक विभिन्न विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और शैक्षिक संगठनों के साथ 85 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं. सहयोग के बारे में बात करते हुए, आईसीएआई के अध्यक्ष सीए रंजीत कुमार अग्रवाल कहते हैं, "इस सहयोग के माध्यम से, आईसीएआई का उद्देश्य वाणिज्य-आधारित कौशल पाठ्यक्रमों को बढ़ावा देना और यह सुनिश्चित करना है कि छात्र प्रासंगिक, उद्योग-संरेखित दक्षताओं से लैस हों. यह साझेदारी अकादमिक शिक्षा और पेशेवर आवश्यकताओं के बीच की खाई को पाटने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है."