CBSE Class 10th, 12th Result 2024: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के 38 लाख छात्रों को अपने बोर्ड रिजल्ट (Board Result 2024) का इंतजार है. सीबीएसई 10वीं, 12वीं बोर्ड रिजल्ट के अगले महीने यानी मई में जारी किए जाने की संभावना है. पिछले साल सीबीएसई बोर्ड ने कई बड़े बदलावों का ऐलान किया था. इन बदलावों में सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के प्रारूप के साथ साल में दो बार बोर्ड परीक्षा होनी और रिजल्ट की घोषणा शामिल है. इन सबके साथ सीबीएसई ने कहा था कि वह साल 2024 से कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में भाग लेने वाले छात्रों का ओवरऑल डिविजन (Division), डिस्टिंक्शन (Distinction) या एग्रीगेट मार्क्स (Aggregate Marks) नहीं बताएगा. ना ही वह सीबीएसई 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में टॉप करने वाले छात्रों के नाम का खुलासा करेगा. ना ही टॉपर और दूसरे छात्रों की पर्सेंटेज जारी करेगा. सीबीएसई बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक ( exam controller) सान्याम भारद्वाज ने भी कहा था कि कुल मिलाकर कोई श्रेणी, विशेष योग्यता या कुल प्राप्तांक नहीं दिए जाएंगे. यदि किसी छात्र ने पांच से अधिक विषयों में परीक्षा दी है तो उसे प्रवेश देने वाला संस्थान या नियोक्ता ही उसके लिए सर्वश्रेष्ठ पांच विषयों पर विचार करने का फैसला कर सकता है.
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पिछले साल दिसंबर में सीबीएसई बोर्ड ने घोषणा की थी कि अब वह छात्रों को बोर्ड परीक्षा में मिले कुल अंकों के आधार पर फर्स्ट, सेकेंड और थर्ड डिविजन में नहीं बांटेगा. बोर्ड ने बताया कि उसने 90% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को दी जाने वाली 'डिस्टिंक्शन' कैटेगरी भी बंद कर दी है. वह किसी भी छात्र के लिए अंकों के ओवरऑल प्रतिशत की गणना नहीं करेगा. अगर किसी उच्च शिक्षा या जॉब व नौकरी के लिए 10वीं या 12वीं या दोनों कक्षाओं के अंकों का प्रतिशत जरूरी है तो उसका कैलकुलेशन एडमिशन लेने वाले संस्थान द्वारा प्रवेश संस्थान या एम्प्लॉयर (employer) द्वारा किया जाएगा.
इससे पहले से सीबीएसई छात्रों की मेरिट लिस्ट भी जारी नहीं करता है. सीबीएसई का कहना है कि ऐसा करने का उद्देश्य छात्रों के मन में रिजल्ट के डर को कम करने के साथ छात्रों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बनाए रखने के लिए किया जा रहा है. बोर्ड परीक्षा में नंबरों के चलते स्टूडेंट में एक दूसरे के प्रति द्वेषभाव होते थे, जो अब सीबीएसई के नो परसेंटेज, नो डिविजन और नो टॉपर प्लान से नहीं होगा.
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