Budget 2023: आखिर आम बजट होता क्या है ? कैसे किया जाता है इसे तैयार, आइये जानते हैं...

Budget 2023: मोरारजी देसाई ने अब तक के इतिहास में सबसे अधिक 10 बार बजट पेश किया है. कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने 9 बार बजट पेश किया है. 

Budget 2023: आखिर आम बजट होता क्या है ? कैसे किया जाता है इसे तैयार, आइये जानते हैं...

नई दिल्ली:

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण साल 2023 -2024 के लिए बजट पेश करेंगी. सीतारमण पांचवीं बार बजट पेश करने वाली हैं. इससे पहले सरकार की तरफ से मंगलवार को आर्थिक सर्वे पेश किया गया. जिसमें 6-6.8 फीसदी की आर्थिक विकास दल का अनुमान जताया गया है. आम बजट को लेकर हर बार की तरह इस बार भी मध्य वर्ग को ज्यादा उम्मीदें है. ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि सरकार अपने पिटारे से आम लोगों को क्या कुछ देती है. बजट को तैयार करना तमाम सरकारों के लिए एक बड़ी चुनौती की तरह रहा है.

अगर बात संविधान की करें तो उसमे बजट को ‘एनुअल फाइनेंशियल स्टेटमेंट' कहा गया है. इसके अनुसार यूनियन बजट देश का सालाना फाइनेंशियल लेखा-जोखा होता है. बजट को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है इसके अधार पर सरकार की नीतियों और फैसलों का अनुमान लगाया जाता है. बजट एक तरह का मनी बिल होता है जिसे एक वित्तीय वर्ष के लिए बनाया जाता है. इसे लोकसभा में पेश किया जाता है.राज्य सभा बजट पर सिर्फ चर्चा कर सकती है. राज्य सभा को बजट में बदलाव करने का अधिकार नहीं है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आखिर ये बजट होता क्या है और इसे कैसे तैयार किया जाता है...

कैसे बनता है बजट?

बजट बनाने की प्रक्रिया काफी महत्वपूर्ण होती है. सैंकड़ों लोगों और कई मंत्रालयों के सहयोग से इसे तैयार किया जाता है. वित्त मंत्रालय की तरफ से आम लोगों से भी बजट को लेकर सुझाव मांगे जाते हैं. उद्योग संगठनों से भी सरकार की तरफ से राय ली जाती है. तमाम राय और सरकार की नीतियों के अनुसार वित्त मंत्रालय की तरफ से बजट का प्रारूप तैयार किया जाता है. इसके बाद प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री सहित कैबिनेट के अन्य सदस्यों के साथ इसकी चर्चा होती है. कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद इसे संसद में प्रस्तुत किया जाता है. बजट के सभी कागजात चुनिंदा अधिकारी ही बनाते हैं. बजट पर काम कर रहे प्रमुख लोग 2 से 3 हफ्ते नॉर्थ ब्लॉक ऑफिस में ही रहते हैं. बजट बनाने के दौरान अधिकारियों को अपने परिजनों तक से मिलने और बात करने की अनुमति नहीं होती है.

छपाई के स्तर पर बजट दस्तावेज को अंतिम रूप देने से पहले पारंपरिक हलवा समारोह की जाती है.  इस रस्म में वित्त मंत्री स्वयं शामिल होते हैं.  यह समारोह दिल्ली के नॉर्थ ब्लॉक के ‘बेसमेंट' में आयोजित किया जाता है. 

आजाद भारत का पहला बजट षणमुगम चेट्टि ने 26 नवंबर 1947 को पेश किया था. मोरारजी देसाई ने अब तक के इतिहास में सबसे अधिक 10 बार बजट पेश किया था. कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने 9 बार बजट पेश किया है. साल 2016 तक देश में फरवरी महीने के अंतिम दिन आम बजट पेश किया जाता था. लेकिन साल 2017 में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट पेश करने की तिथि बदल कर 1 फरवरी कर दिया.

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