इन दिनों फिल्म जोरा सुर्खियों में हैं. इस फिल्म का निर्देशन 90 के दशक में मोहरा, त्रिदेव और गुप्त जैसी हिट फिल्म दे चुके दिग्गज डायरेक्टर राजीव राय ने किया है. वह लंबे समय बाद बतौर डायरेक्टर वापसी कर रहे हैं.जोरा के प्रमोशन करते हुए राजीव राय ने एनडीटीवी डॉट कॉम से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बताया कि वह मुंबई छोड़कर क्यों विदेश में बस गए और उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री क्यों छोड़ी थी. नीचे पढ़ें राजीव राय के साथ बातचीत के खास अंश:-
सवाल: पहले तो ये बताइए कि आपने इतनी शानदार फिल्में हमें दीं और फिर इतने लंबे समय के लिए कहीं चले गए. क्या कर रहे थे आप?
जवाब: मुझे जाना पड़ गया. मैं छोड़कर जाना नहीं चाहता था, लेकिन कभी-कभी जिंदगी में ऐसी परिस्थितियां आ जाती हैं कि कल क्या होगा, इसका किसी को भरोसा नहीं होता. मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं काम छोड़ दूंगा. मुझे काम से बहुत लगाव है और मुझे काम पसंद है. लेकिन तीन-चार ऐसी घटनाएं हुईं, जिनकी वजह से मुझे खुद ही रिटायरमेंट लेना पड़ा और काम छोड़ना पड़ा. बाद में मुझे लगा कि अब ये छूट ही गया है, तो इसे भूल ही जाओ. असल में मेरा बिजनेस फिल्मों का ही है, तो मैं फिल्मों से जुड़ा बिजनेस करता रहा. मेरी कमाई फिल्मों से ही आती रही, लेकिन निर्देशन और रचनात्मक काम मैंने छोड़ दिया था. मैंने कभी नहीं सोचा था कि वापस आऊंगा, क्योंकि एक बार छोड़ देने के बाद सब कुछ दोबारा संभालना मुश्किल हो जाता है. खैर, अब जब मैं वापस यहां रहने आ गया, तो मुझे विदेश की नागरिकता नहीं छोड़नी थी. मुझे लगा कि भारतीय नागरिकता को पकड़े रहना चाहिए. इसी वजह से अब मैं ज्यादा यात्रा नहीं करता. जब वापस आया, तो सोचा कि अब क्या करें? मैं फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ा हूं भी और नहीं भी.
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सवाल: जैसे हम 1997 की बात करें, उस समय आप फिल्म इंडस्ट्री में इतने बड़े नाम थे कि हर कोई आपके साथ काम करना चाहता था. आपकी हर फिल्म हिट रही थी. फिर अचानक देश छोड़कर चले जाना, और वो काम नहीं कर पाना जिसके लिए पूरी जिंदगी मेहनत की. ये कितना दर्दनाक था आपके लिए?
जवाब: हां, ये 100% दर्दनाक था, क्योंकि वो दौर अच्छा नहीं था. इसे मैं अपनी जिंदगी का एक अंधेरा अध्याय कहता हूं. जिंदगी में उतार-चढ़ाव आते हैं, ऐसी चीजें होती हैं और इंसान को उन्हें स्वीकार करना पड़ता है. उस समय जब मुझे काम छोड़ना पड़ा, तो मेरे माता-पिता की तबीयत ठीक नहीं थी. मेरी पत्नी सोनी के मां-बाप की भी सेहत खराब थी. मैं चारों की देखभाल कर रहा था. और क्या हुआ कि तीन साल के अंदर-अंदर चारों का निधन हो गया. ये भी एक परेशान करने वाला कारण था. मेरा बेटा था, उसकी सेहत में भी समस्या थी. उसे थोड़ा-बहुत ऑटिज्म था. मुझे उसे सही रास्ते पर लाना था, शिक्षा देनी थी. इस वजह से मेरी पत्नी भी बहुत परेशान थी. चारों तरफ तनाव था. ऊपर से आपको पता है, वो हमले हुए, अंडरवर्ल्ड की धमकियां आईं. वो सब समस्याएं थीं. लेकिन सिर्फ वो ही नहीं, कई सारी समस्याएं थीं, जिनकी वजह से मैंने सोचा कि अभी काम नहीं करना है.
सवाल: हमारे दर्शक जानना चाहते हैं कि आखिर आप अंडरवर्ल्ड के निशाने पर क्यों आ गए?
जवाब: अंडरवर्ल्ड सब जगह आ गया था. उस वक्त कहते हैं कि मैं गलत जगह पर गलत समय पर था. उस समय हर कोई परेशान था.