खिचड़ी 2 में हंसा बनने के लिए सुप्रिया पाठक को इन मुश्किलों का करना पड़ा सामना, एक्ट्रेस ने बताई चुनौतियां

हंसी और मस्ती से भरपूर एक शाम के लिए तैयार हो जाइए, क्योंकि इस त्यौहार के मौके पर ज़ी सिनेमा पर ‘खिचड़ी 2’ का वर्ल्ड टेलीविज़न प्रीमियर होने जा रहा है! रविवार, 3 नवंबर को रात 8 बजे, पारेख परिवार वापस लौट रहा है.

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खिचड़ी 2 में हंसा बनने के लिए सुप्रिया पाठक को इन मुश्किलों का करना पड़ा सामना
नई दिल्ली:

हंसी और मस्ती से भरपूर एक शाम के लिए तैयार हो जाइए, क्योंकि इस त्यौहार के मौके पर ज़ी सिनेमा पर ‘खिचड़ी 2' का वर्ल्ड टेलीविज़न प्रीमियर होने जा रहा है! रविवार, 3 नवंबर को रात 8 बजे, पारेख परिवार वापस लौट रहा है. ये फिल्म आपको खूब हंसाएगी और अंत तक आपके चेहरे पर मुस्कान छोड़ जाएगी. ‘खिचड़ी 2' की खास बात यह है कि इसमें हंसी के साथ-साथ एक अनोखा मिशन भी है – देश की सुरक्षा का. दर्शक एक बार फिर प्रफुल्ल और हंसा की मजेदार नोकझोंक, जयश्री की मस्त चालबाजियां, हिमांशु की गुदगुदाने वाली हरकतें, और बाबूजी के तंज भरे मज़ाक का लुत्फ उठाएंगे – यानी वो सब, जिन्होंने ‘खिचड़ी' को सालों से दर्शकों का पसंदीदा शो बनाए रखा है.

इन सबके बीच ‘खिचड़ी 2' की दिग्गज एक्ट्रेस ने सुप्रिया पाठक ने बताया है कि हंसा को रोल करने के लिए उन्हें किस तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ा था.  सुप्रिया पाठक ने कहा, 'हंसा के रोल प्यार और मासूम बनाए रखा मेरे लिए मुश्किल था. हंसा जो है बच्चों की तरह मासूम है. ऐसे में इस मासूमियत को बनाए रखना मेरे लिए मुश्लिक भरा रहा था. क्योंकि हंसा कभी बोरिंग नहीं हो सकती. इसलिए थोड़ा मुश्किल था.'

इसके अलावा सुप्रिया पाठक ने कहा, “खिचड़ी 2 की सबसे खास बात है कि यह असली ज़िंदगी की हलचल को दिखाती है. मेरा किरदार हंसा हमेशा की तरह हंसी-मजाक और अपनी खासियत के साथ ज़िंदगी से भरा हुआ है. वो बिल्कुल नहीं बदली है. कहते हैं कि हंसा जैसे खुश लोग कभी बूढ़े नहीं होते, और फैंस भी उसे वैसा ही देखना चाहेंगे! यह फिल्म उन रिश्तों का जश्न है, जो हम अपने परिवार के साथ बनाते हैं, और कैसे हम एक साथ हर मुश्किल का सामना करते हैं. हंसी और प्यार से भरी इस फिल्म में दिखाया गया है कि हमारे रिश्ते ही हमें मजबूत बनाते हैं.”

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