जब आर्थिक तंगी से गुजर रहीं सुलक्षणा पंडित की जितेंद्र ने की थी मदद, बहन के घर पर रहने को थीं मजबूर

भारतीय सिनेमा की चमकती सितारों में शुमार अभिनेत्री सुलक्षणा पंडित का निधन हो गया. 71 वर्षीय सुलक्षणा ने मुंबई के नानावती अस्पताल में अंतिम सांस ली. उनके निधन की खबर ने बॉलीवुड जगत में शोक की लहर दौड़ा दी है.

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जब आर्थिक तंगी से गुजर रहीं सुलक्षणा पंडित की जितेंद्र ने की थी मदद
नई दिल्ली:

भारतीय सिनेमा की चमकती सितारों में शुमार अभिनेत्री सुलक्षणा पंडित का निधन हो गया. 71 वर्षीय सुलक्षणा ने मुंबई के नानावती अस्पताल में अंतिम सांस ली. उनके निधन की खबर ने बॉलीवुड जगत में शोक की लहर दौड़ा दी है.बताया जा रहा है कि लंबे समय से बीमार चल रही सुलक्षणा का स्वास्थ्य अचानक बिगड़ गया, और डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका. सुलक्षणा पंडित बॉलीवुड के उन कलाकारों में से एक थीं, जिन्होंने कई हिट फिल्में दीं और बड़े कलाकारों के साथ काम किया.

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हालांकि, सुलक्षणा का जीवन उतार-चढ़ावों से भरा रहा. उनकी जिंदगी में एक समय ऐसा भी आया कि उन्हें आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा था. कई वर्षों तक काम ना मिलने और उनका अपार्टमेंट मरम्मत के अभाव में नहीं बिकने की वजह से वह बहन विजयता के साथ रहने को मजबूर हो गईं. लेकिन 2005 में सुलक्षणा के पूर्व सह-कलाकार जितेंद्र ने उनकी मदद की. उन्होंने अपने बहनोई को सुलक्षणा के अपार्टमेंट को खरीदने के लिए राजी किया, जिसकी आय से सुलक्षणा ने तीन फ्लैट खरीदे और कर्ज चुकाया. इस घटना ने सुलक्षणा को नई जिंदगी दी, और वे सामाजिक कार्यों में सक्रिय हो गईं.

सुलक्षणा पंडित का जन्म 1954 में हुआ था और वे एक संगीत-परिवार से ताल्लुक रखती थीं. उनके चाचा महान शास्त्रीय गायक पंडित जसराज थे. उनकी तीन बहनें और तीन भाई हैं, जिनमें भाई जतीन-ललित जोड़ी के रूप में प्रसिद्ध संगीतकार बने. उन्होंने मात्र नौ वर्ष की उम्र से संगीत की राह पकड़ी थी और 1967 में प्लेबैक सिंगिंग में कदम रखा. 1975 में फिल्म 'संकल्प' में गीत 'तू ही सागर है तू ही किनारा' के लिए उन्हें फिल्मफेयर बेस्ट फीमेल प्लेबैक अवार्ड से नवाजा गया था.   

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