भारतीय सिनेमा की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर बाहुबली अगर आपने देखी है तो याद होगा शिवगामी का दमदार किरदार, जिसे राम्या कृष्णन ने निभाया था. लेकिन क्या आप जानते हैं, ये रोल पहले श्रीदेवी को ऑफर हुआ था? जी हां, इंडस्ट्री की चांदनी इस फिल्म का हिस्सा बन सकती थीं, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. आखिर क्यों? इस राज़ से अब बोनी कपूर ने पर्दा उठाया है.
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गलतफहमी ने बिगाड़ा खेल
बोनी कपूर के मुताबिक, असल वजह किसी 'ज्यादा डिमांड' या 'स्टार एटीट्यूड' की नहीं थी, बल्कि प्रोड्यूसर्स की तरफ से फैलाई गई गलतफहमियां थीं. उन्होंने डायरेक्टर एस.एस. राजामौली को ये मैसेज दे दिया कि श्रीदेवी बहुत सारी शर्तें रख रही हैं, ज्यादा पैसे मांग रही हैं और एक्स्ट्रा चीजें चाहती हैं. जबकि हकीकत में ऐसा कुछ भी नहीं था.
फीस पर हुआ झगड़ा
बोनी कपूर ने साफ कहा कि श्रीदेवी को बाहुबली के लिए उतने पैसे भी ऑफर नहीं किए गए, जितने उन्हें 'English Vinglish' के लिए मिले थे. सोचिए, इतनी बड़ी सुपरस्टार और फिर भी उनके टैलेंट की कीमत कम आंकी गई. बोनी कपूर ने ये भी कहा कि श्रीदेवी जैसी आइकॉनिक एक्ट्रेस को कम पैसे ऑफर करना उनके साथ नाइंसाफी थी.
प्रोफेशनलिज़्म पर उठे सवाल
कुछ रिपोर्ट्स में ये भी कहा गया कि श्रीदेवी ने फिल्म इसलिए नहीं की क्योंकि वो काम करने में मुश्किल थीं. इस पर बोनी कपूर भड़क गए. उन्होंने कहा 'जिन्होंने श्रीदेवी के साथ काम किया, चाहे वो यश चोपड़ा हों, राकेश रोशन हों या राघवेन्द्र राव, किसी ने भी उन्हें अनप्रोफेशनल नहीं कहा. वो हमेशा अपने काम को लेकर सीरियस और प्रोफेशनल रहीं.
क्या होता अगर…?
अगर श्रीदेवी शिवगामी बनतीं, तो बाहुबली का जादू कई गुना बढ़ जाता, लेकिन गलतफहमियों और पैसों की खींचतान ने इस सुनहरी जोड़ी को बनने से रोक दिया. यही वजह है कि आज भी फैंस सोचते हैं-काश पर्दे पर श्रीदेवी शिवगामी बनकर बड़े पर्दे पर नजर आतीं तो बाहुबली का क्रेज कुछ और ही होता.