50 साल बाद जब शोले- द फाइनल कट को बड़े पर्दे पर लौटाने का ऐलान हुआ. तब फैंस बेहद एक्साइटेड हो गए. फैन्स को उम्मीद थी कि फिल्म की ओरिजनल एंडिंग और 4K रिस्टोरेशन और दो डिलीटेड सीन, सब मिलकर इसे एक मेगा इवेंट बना कर रहेंगे. लेकिन लॉन्च के एक्साइटमेंट के साथ ही शुरुआत से ही विवादों ने पीछा नहीं छोड़ा. पहले IFFI में स्क्रीनिंग टेक्निकल वजहों से रद्द हुई और फिर टीम का 1500 स्क्रीन रिलीज का दावा ट्रेड सर्किट में सवालों के घेरे में आ गया. अब हालत ये है कि फिल्म को 1000 स्क्रीन भी मुश्किल से मिल पा रही हैं. इसकी वजह है रणवीर सिंह की धुरंधर.
धुरंधर की आंधी में ठंडे पड़े शोले
फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन ने सोशल मीडिया पर धूमधाम से ऐलान किया कि शोले- द फाइनल कट अब तक की सबसे बड़ी री रिलीज होगी. वो भी 1500 स्क्रीन में. लेकिन इंडस्ट्री इस दावे से हैरान रह गई. क्योंकि री रिलीज फिल्मों की इतनी बड़ी ओपनिंग आज तक देखने को नहीं मिली थी. हालांकि समस्या सिर्फ दावे की नहीं, फिल्म की 3 घंटे 30 मिनट लंबाई की भी है. और, उसके सामने धुरंधर का भी चैलेंज आ गया. जो बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त कमाई कर रही है. धुरंधर की भी लेंथ काफी ज्यादा है. ऐसे में कई थिएटर मालिकों का कहना है कि इतने शो फिट कर पाना मुश्किल है. ऊपर से टिकट के रेट्स भी री रिलीज मूवी के लिए मेकर्स को थोड़े जम नहीं रहे हैं
डायलॉग पर भी उठे सवाल
ट्रेलर आते ही एक और विवाद खड़ा हो गया था. जेम्स बॉन्ड वाला डायलॉग बदलकर उस की जगह तात्या टोपे कर दिया गया. जिससे फैंस नाराज हुए. इस कॉन्ट्रोवर्सी के बाद अख्तर ने भी साफ कहा कि उनसे या सलीम खान से कोई सलाह नहीं ली गई. इन सब कॉन्ट्रोवर्सी के बीच देखा जाए तो फिल्म की मुश्किलें खत्म होती नहीं दिख रही हैं. इस हफ्ते धुरंधर बड़ी चुनौती दे रही है तो अगले हफ्ते अवतार- फायर एंड एश आने वाली है. यानी क्रिसमस वीक पर भी थियेटर्स में जगह मिलना मुश्किल है. ऐसे समय में कुछ एक्सपर्ट्स ने ये सुझाव भी दिया है कि फिल्म के लिए जनवरी का महीना सबसे बेस्ट है.