1995 में रिलीज हुई ‘रंगीला' ने हिंदी सिनेमा की दिशा बदल दी. आमिर खान का टपोरी अंदाज, जैकी श्रॉफ का सुपरस्टार वाला स्वैग और उर्मिला मातोंडकर का हीरोइन बनने का सपना-हर किरदार दर्शकों के दिलों में बस गया. आमिर की बोली और पहनावा युवाओं की नकल का हिस्सा बन गया, वहीं उर्मिला ने दिलों की धड़कन बढ़ा दीं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये किरदार असल जिंदगी से प्रेरित थे? इस राज से पर्दा हाल ही में राम गोपाल वर्मा ने उठाया.
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आमिर खान का किरदार असली ‘दादा' से प्रेरित
राम गोपाल वर्मा ने बताया, “मैं हैदराबाद में एक दादा को जानता था. दादा मतलब टफ गैज. कॉलेज के दिनों में स्टूडेंट्स और ये गुंडा लोग साथ चला करते थे. वहां रमेश नाम का एक लड़का था जिसे लोग बहुत मानते और डरते थे. वह कॉलेज की एक लड़की से बेहद प्यार करता था. लेकिन वह लड़की एक ऐसे लड़के को पसंद करती थी जिसके पास कार थी, जो बहुत हैंडसम और अमीर था. तो आमिर का किरदार उसी दादा से आया है. वह लड़की का ध्यान खींचने के लिए अजीब, रंग-बिरंगे कपड़े पहनने लगा. आमिर खान का पीले कपड़ों वाला सीन वहीं से आया. मैं कहूंगा कि कहानी की शुरुआत वहीं से हुई. और बाद में इसकी फील मुझे 1960 के दशक की हॉलीवुड म्यूजिकल फिल्म ‘साउंड ऑफ म्यूजिक' से मिली. हां… कुछ ऐसा ही.”
जैकी श्रॉफ का किरदार
राज राम गोपाल वर्मा का रिफ्लेक्शन. क्योंकि ‘रंगीला' उनका पहला रोमांटिक जॉनर था, यह सवाल हमेशा रहा कि कौन-सा किरदार निर्देशक के सबसे करीब है? उनका जवाब, “राज का किरदार… मुझे लगता है मैं जैकी के किरदार के ज्यादा करीब हूं.
‘रंगीला' -जो बन गई एक बदलाव की मिसाल
राम गोपाल वर्मा ने हिंदी सिनेमा को एक नए टोन, रियलिज्म और स्टाइल से परिचित कराया. ‘रंगीला' ने न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर झंडे गाड़े, बल्कि यह आने वाले फिल्मकारों के लिए भी एक रेफरेंस बन गई. यह फिल्म आज भी याद दिलाती है कि असली कहानियां अक्सर हमारे आसपास ही चल रही होती हैं बस उन्हें सिनेमा तक पहुँचाने की नजर चाहिए.