Dharmendra Birthday: धर्मेंद्र के हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने और सब कुछ ठीक होने की खबर के बाद उनके फैन्स उनके बर्थडे की तैयारी में जुट गए हैं. उनके 90वें जन्मदिन पर पंजाब के लुधियाना के डंगों गांव में जश्न का माहौल पहले से ही रंग पकड़ चुका है. इस गांव से धर्मेंद्र का खास लगाव रहा है. इसलिए गांव वाले चाहते हैं कि अपने देसी हीरो को वही तोहफा दें जो उनके दिल के सबसे करीब है. यानी कि मक्की दी रोटी, सरसों दा साग और देसी जुगाड़ रेहड़ी की सैर. हालांकि रेहड़ी को मुंबई ले जाना मुश्किल है, पर गांव वाले ठान चुके हैं कि ताजा-ताजा बना सरसों दा साग जरूर उन्हें भेजेंगे. धर्मेंद्र ने सालों पहले गांव वालों से ये इच्छा जताई थी. और, अब उनके चाहने वाले इसे पूरा करने के लिए बेहद एक्साइटेड हैं.
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क्या है धर्मेंद्र की अधूरी ख्वाहिश?
डंगों गांव के लोगों के लिए धर्मेंद्र सिर्फ सुपरस्टार नहीं, परिवार जैसे हैं. अंग्रेजी वेबसाइट द ट्रैब्यून के अनुसार सामाजिक कार्यकर्ता कुलविंदर सिंह डंगों बताते हैं कि धर्मेंद्र ने 2013 में चंडीगढ़ में मुलाकात के दौरान हंसते हुए कहा था कि वो मिट्टी के चूल्हे के पास बैठकर सरसों दा साग, मक्की दी रोटी खाना चाहते हैं और देसी जुगाड़ रेहड़ी की सवारी करना चाहते हैं.
2015 में डंगों गांव गए भी पर काम के चलते ये सपना पूरा नहीं हो सका. अब जब उनका 90वां बर्थडे धूमधाम से मनाया जा रहा है.गांव वाले इसे मौका मान रहे हैं कि अपने पाजी की ये इच्छा आखिरकार पूरी कर दी जाए. सबसे दिलचस्प बात ये है कि साग उन्हीं खेतों से तोड़ा जाएगा जिन्हें धर्मेंद्र ने 2015 में अपने रिश्तेदारों को तोहफे में दिया था.
सुपरस्टार का अपनापन
डंगों गांव में धर्मेंद्र को लेकर अपनापन कुछ ऐसा है कि लोग उन्हें सिर्फ स्टार नहीं. अपने घर का बेटा मानते हैं. बताया जाता है कि भीड़ से बचने के लिए धर्मेंद्र अक्सर भेष बदलकर गांव आते थे. ताकि बिना शोर शराबे के अपने लोगों से मिल सकें. उनके चचेरे भाई मनजीत सिंह बताते हैं कि जब वो उन्हें गांव का नाम रोशन करने के लिए धन्यवाद कहते हैं तो वो तुरंत बोल देते है कि उनकी तरक्की आपकी दुआओं की वजह से है.