बॉलीवुड के महान अभिनेता धर्मेंद्र अब हमारे बीच नहीं रहे. उन्होंने 24 नवंबर 2025 को अंतिम सांस ली. उनके जाने से हिंदी सिनेमा ने अपना एक चमकता सितारा खो दिया. धर्मेंद्र जी को “ही-मैन” और “गरम धर्म” के नाम से पूरा देश जानता था. 65 साल तक उन्होंने फिल्मों में धमाकेदार काम किया और लोगों के दिलों पर राज किया. उनके निधन के बाद सोशल मीडिया पर हर कोई उन्हें याद कर रहा है और श्रद्धांजलि दे रहा है. इसी बीच अभिनेता निकितन धीर ने इंस्टाग्राम पर एक बहुत ही भावुक पोस्ट लिखी. उन्होंने बताया कि उनके पिता और जाने-माने अभिनेता पंकज धीर का निधन 15 अक्टूबर 2025 को हुआ था. उस मुश्किल वक्त में धर्मेंद्र जी खुद अस्पताल के आईसीयू में भर्ती थे, फिर भी उन्होंने निकितन की मां को फोन किया.
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फोन पर क्या बोले धर्मेंद्र
फोन पर धर्मेंद्र जी ने पंकज धीर को दिल से श्रद्धांजलि दी और परिवार का हौसला बांधा. उन्होंने कहा, “चिंता मत करो, मैं जल्दी ठीक होकर घर लौटूंगा.” यह सुनकर पूरा परिवार हैरान रह गया कि इतनी गंभीर हालत में भी वे दूसरों के दुख को अपना दुख समझ रहे थे. इस बात की जानकारी निकितन धीर ने सोशल मीडिया के जरिए दी. उन्होंने इंस्टाग्राम पर धर्मेंद्र को श्रद्धांजलि देते हुए लंबा पोस्ट लिखा.
कैसे इंसान थे धर्मेंद्र
निकितन धीर ने लिखा, 'मेरे डैड और मैं अक्सर बात करते थे कि हमारी फिल्म इंडस्ट्री में अब तक का सबसे सफल हीरो कौन है, वह बिना पलक झपकाए कहते थे धरम अंकल.. वह हमेशा कहते थे, सबसे मर्दाना, सबसे हैंडसम, सबसे विनम्र और दरियादिल आदमी..एकदम ओरिजिनल.. धरम अंकल.. जब मेरे डैड गुजर गए, तो धरम अंकल ने ICU से मेरी मॉम को फोन किया और अपना प्यार और संवेदना जाहिर की और मॉम से कहा कि वह जल्द ही घर वापस आ जाएंगे, चिंता न करें..'
धर्मेंद्र का कब हुआ निधन
निकितन धीर ने पोस्ट में आगे लिखा, 'उनका जाना पर्सनल नुकसान है..हम उनकी गोद में बड़े हुए..उनसे सिर्फ प्यार और आशीर्वाद मिला..हमेशा उन्हें उस मुस्कान के साथ देखा जिससे कमरा रोशन हो जाता था..हमेशा हमें आशीर्वाद देने के लिए हाथ उठाए रहते थे..सिनेमा में आपके अमूल्य योगदान के लिए धन्यवाद..हमारे बचपन को खुशियों से भरने के लिए धन्यवाद..हमें यह दिखाने के लिए धन्यवाद कि एक आदमी क्या हो सकता है और क्या होना चाहिए.. आपने जो जगह छोड़ी है, उसे कोई नहीं भर सकता..कोई दूसरा धर्मेंद्र कभी नहीं होगा.. पूरे परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना.' दरअसल धर्मेंद्र जी की तबीयत काफी समय से खराब चल रही थी. 31 अक्टूबर को उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा. 12 नवंबर को डॉक्टरों ने उन्हें घर भेज दिया और घर पर ही इलाज चल रहा था. लेकिन 24 नवंबर को वे हम सबको हमेशा के लिए छोड़कर चले गए.