आईफा अवॉर्ड के आयोजन के चलते दुबई का अबू धाबी स्टार की चकाचौंध से रोशन हो रहा है. इस अवॉर्ड की धूम वैसे तो हर साल होती है. आयोजन कहीं भी हो, लेकिन दर्शक इस अवॉर्ड शो को बड़े शौक के देखते हैं. चारों तरफ सितारों का मजमा होता है. मंच पर भी हर जलसा सितारों से सजा होता है. लेकिन इस बार का आईफा अवॉर्ड पिछले कुछ सालों के आईफा अवॉर्ड से खासा अलग रहा. इस साल के आईफा ने नब्बे के दशक की याद दिला दी. जब मंच पर शाहरुख खान अपनी पुरानी एनर्जी के साथ होस्टिंग करते दिखे. तो, यही अहसास भी हुआ. और, वो दौर तब और ताजा हो गया जब अवॉर्ड लेने वाले सितारे भी उसी दौर के नजर आए. चौंकाने वाली बात ये है कि इस बार जितने स्टार्स को मेन कैटेगरी में चुने गए वो सब अमूमन पचास पार हैं. नए सितारों को कोई मौका नहीं मिल सका.
पचास पार के सितारों को मिला अवॉर्ड
यूं तो आईफा में इस बार विक्की कौशल, जाह्नवी कपूर भी दिखे. रणबीर कपूर की फिल्म एनिमल का डंका भी खूब बजा. लेकिन जब अवॉर्ड की बारी आई तो नए चेहरे या कम उम्र के सितारे पूरी तरह से गायब ही दिखाई दिए. सारी मेन केटेगरी में पुराने धुरंधर स्टार्स ही बाजी मारने में कामयाब हुए. बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड जवान मूवी के लिए शाहरुख खान ले गए. बेस्ट एक्ट्रेस बनी मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे करने वाली रानी मुखर्जी. बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर, एनिमल मूवी के लिए अनिल कपूर को मिला. इसी फिल्म के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस शबाना आजमी रहीं. निगेटिव रोल के लिए एनिमल के अबरार यानी कि बॉबी देओल चुने गए. बेस्ट फिल्म का अवॉर्ड भी एनिमल मूवी के नाम ही रहा. लेकिन रणबीर कपूर को अवॉर्ड नहीं मिला.
ऐश्वर्या राय भी बनी बेस्ट एक्ट्रेस
ये हाल सिर्फ हिंदी फिल्म इंडस्ट्री का नहीं रहा. बल्कि तमिल सिनेमा में भी दिग्गज एक्ट्रेस ही सर्वश्रेष्ठ होने का खिताब अपने नाम करने में कामयाब हुई. तमिल सिनेमा के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का खिताब मिला ऐश्वर्या राय को. फिल्म पोन्नियिन सेल्वन 2 के लिए. उनके को स्टार रहे चियान विक्रम ने बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड जीता. बेस्ट तमिल फिल्म बनी रजनीकांत की फिल्म जेलर.