सनी देओल की खातिर मौसमी चटर्जी के दरवाजे तक पहुंच गए थे धर्मेंद्र, हर कीमत चुकाने को हो गए थे तैयार

धर्मेंद्र से जुड़ी ये याद सीनियर एक्ट्रेस मौसमी चटर्जी ने खुद शेयर की. उन्होंने बताया कैसे घर में धरम जी को देख उनकी हाउस हेल्प के होश उड़ गए थे.

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बच्चों के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते थे धर्मेंद्र
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नई दिल्ली:

धर्मेंद्र फिल्म इंडस्ट्री की एक ऐसी शख्सियत हैं जिसने हर एक के दिल को छुआ और फिल्म इंडस्ट्री में कई ऐसे सितारे हैं जिनके पास धरम जी से जुड़े किस्से हैं. हाल में मौसमी चटर्जी ने धर्मेंद्र से जुड़ी अपनी एक याद शेयर की. उन्होंने कहा, मुझे याद है कि उनके बेटे सनी और पहलाज (निहलानी) और शायद राज संतोषी मुझे घायल (1990) के लिए साइन करने आए थे, लेकिन बातचीत नहीं बनी क्योंकि वे मुझे कम पैसे देना चाहते थे. मुझे याद है कि पहलाज परेशान हो गए थे. मुझे लगता है कि उनके ईगो को चोट लगी थी.

मौसमी ने बताया, तीसरे दिन धरम जी घर आए और कहा, "मैं यह अपने बेटे के लिए कर रहा हूं. कोई भी हीरोइन तुम्हारी तरह मासूम नहीं दिखती...कि कोई तुम्हारे साथ बुरा बर्ताव होते देखकर "घायल" हो जाए."

"मुझे याद है कि धरम जी को घर पर देखकर मेरी मेड लगभग शॉक से मर ही गई थी, क्योंकि हमारे घर में "फिल्मी" माहौल नहीं है. उनकी अच्छाई ने मुझे हैरान कर दिया क्योंकि वह अपने बेटे के लिए आए थे. उन्होंने यह भी पक्का किया कि जहां तक मेरी फीस का सवाल है, मुझे कोई नुकसान न हो."

मौसमी ने कहा, मुझे यह भी याद है कि मैंने उनसे बुरी तरह शिकायत की थी कि घायल सिल्वर जुबली फंक्शन में फिल्म में काम करने वाले मेरे अलावा सभी को ट्रॉफी दी गई थी. मुझे याद है कि वह पूरी तरह से निराश हो गए थे. बता दें कि धर्मेंद्र ने 24 नवंबर को इस दुनिया को अलविदा कहा. वह सांस लेने की तकलीफ के चलते अस्पताल में भर्ती थे. कुछ दिन बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर घर में देखरेख की व्यवस्था की गई लेकिन कुछ दिन बाद ही धर्मेंद्र ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया.
 

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