मरने के बाद हमारी आत्मा के साथ क्या होता है? यही कहानी लेकर आई है कन्नड़ फिल्म 45, फैन्स बोले दिमाग हिला डाला

45 Movie Review: शिवराजकुमार के लीड रोल वाली इस फिल्म को दर्शक काफी पसंद कर रहे हैं. कहानी का प्लॉट सुनकर भी लोग इसमें दिलचस्पी दिखा रहे हैं.

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45 Movie Review: फैन्स को कैसी लग रही 45
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नई दिल्ली:

क्रिसमस के मौके पर रिलीज हुई कन्नड़ फिल्म ‘45' ने पहले दिन से ही सोशल मीडिया पर खूब चर्चा बटोरी है. इस पैन-इंडिया फिल्म में डॉ. शिवराजकुमार, उपेंद्र और राज बी शेट्टी जैसे दिग्गज कलाकार एक साथ नजर आए हैं. संगीतकार अर्जुन जन्या ने इस फिल्म से डायरेक्टर के रूप में डेब्यू किया है, जिसे सूरज प्रोडक्शंस के तहत रमेश रेड्डी ने प्रोड्यूस किया है.

फिल्म की कहानी सनातन धर्म की एक गहरी मान्यता पर आधारित है, जिसमें मृत्यु के बाद आत्मा के भाग्य का फैसला होने वाले 45 दिनों की अवधारणा को दिखाया गया है. राज बी शेट्टी का किरदार इस आध्यात्मिक संघर्ष का केंद्र है, जबकि शिवराजकुमार और उपेंद्र विपरीत पक्षों पर खड़े नजर आते हैं. अर्जुन जन्या के लिए यह कहानी बेहद पर्सनल है, जो उनके भाई की मौत और कोविड के दौरान अपनी सेहत से जुड़ी समस्या से इंस्पायर्ड है.

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सोशल मीडिया (एक्स) पर पहले रिएक्शन थोड़े मिक्स टाइप हैं. लेकिन ज्यादातक दर्शकों ने तीनों लीड स्टार्स की परफॉर्मेंस की जमकर तारीफ की है. कई यूजर्स ने शिवराजकुमार की स्क्रीन प्रेजेंस को कमाल का बताया, क्लाइमैक्स को फिल्म का सबसे मजबूत हिस्सा कहा और इसे थिएटर में देखने लायक माना है. एक यूजर ने इसे फुल थिएट्रिकल एंटरटेनर करार दिया, जिसमें सरल लेकिन प्रभावशाली कॉन्सेप्ट, बढ़िया स्क्रीनप्ले, कैरेक्टर एलिवेशन और मास मोमेंट्स की भरमार है. क्लाइमैक्स को विस्फोटक बताया गया, खासकर शिवराजकुमार वाले हिस्से को.

एक फैन ने रिव्यू में अर्जुन जन्या को सफल डेब्यू के लिए बधाई दी. उनके आत्मविश्वास भरे डायरेक्शन की तारीफ की. राज बी शेट्टी और उपेंद्र की मजबूत एक्टिंग की तारीफ हुई, जबकि शिवराजकुमार को मासेस का सच्चा आदमी कहा गया. 

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हालांकि सभी राय पॉजिटिव नहीं हैं. कुछ दर्शकों ने फिल्म को आंशिक रूप से निराशाजनक बताया. एक यूजर ने कहा कि शिवराजकुमार के पार्ट्स खासकर सेकंड हाफ में शानदार हैं, लेकिन बाकी हिस्से उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे. वीएफएक्स को ज्यादा इस्तेमाल करने के बावजूद कमजोर बताया, कहानी और क्लाइमैक्स ट्विस्ट से निराशा हुई. कुल मिलाकर, ‘45' ने अपने मजबूत परफॉर्मेंस, स्पिरिचुअल थीम और मास एंटरटेनमेंट से दर्शकों को बांधा है, लेकिन डायरेक्शन, बैकग्राउंड स्कोर और वीएफएक्स जैसे क्षेत्रों में सुधार की गुंजाइश बनी हुई है. पहले दिन की चर्चा से साफ है कि यह फिल्म थिएटर में देखने लायक है, जहां परफॉर्मेंस और मैस मोमेंट्स का असली मजा आएगा.

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