ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर इस समय एक वेब थ्रिलर और शानदार सीरीज की धूम मची हुई है. हम बात कर रहे हैं बिहार के अपराध पर आधारित वेब सीरीज़ 'खाकी' की. 'खाकी: द बिहार चैप्टर' वेब सीरीज हाल ही में रिलीज हुई है. हालिया रिलीज इस सीरीज के निर्माता नीरज पांडे हैं. बताया जा रहा है कि सीरीज की कहानी आईपीएस ऑफिसर अमित लोढ़ा की बुक बिहार डायरीज से प्रेरित है. ऑफिसर अमित लोढ़ा ने बिहार में अपनी सर्विस के दौरान ये बुक लिखी थी. सुपर कॉप के रूप में जाने जाने वाले आईपीएस अमित लोढ़ा और महतो गैंग के बीच हुए एक्शन को इस सीरीज में दिखाया गया है. वेब सीरीज रिलीज के बाद से ही सोशल मीडिया पर आईपीएस अमित लोढ़ा के बारे में जानने को हर कोई उत्सुक है.
1997 बैच के आईपीएस हैं अमित लोढ़ा
देश के लोकप्रिय पुलिस ऑफिसर में शामिल बिहार के आइपीएस अमित लोढ़ा ‘सुपर कॉप' की छवि बिहार में अपराधियों से लड़ते हुए बनी. बिहार संगीन अपराधों के लिए जाना जाता था. बिहार में डाक्टर हो या इंजीनियर या फिर बिज़नेस मैन, हर कोई बिहार छोड़ने पर उतारू था. ऐसे में राजस्थान से 1997 बैच के आईपीएस अमित लोढ़ा की बिहार पोस्टिंग हुई. अमित लोढ़ा ने ताबड़तोड़ अपराधियों का सफाया करना शुरू किया.
दिल्ली आईआईटी से की है पढ़ाई
दिल्ली आईआईटी से पढ़ाई करने के बाद अमित लोढ़ा ने यूपीएससी का एग्जाम दिया. फर्स्ट अटेम्प्ट में ही उन्होंने यूपीएससी का एग्जाम पास कर लिया और आईपीएस बन गए. अमित इस समय इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस की पोस्ट पर हैं. राजस्थान के रहने वाले अमित की स्कूलिंग जयपुर से हुई है. अमित के नाना एक आईएएस ऑफिसर थे.
बिहार डायरीज पर बनी है सीरीज
वेब सीरीज 'खाकी: द बिहार चैप्टर' अमित लोढ़ा की लिखी किताब पर ही बनी है. सीरीज में बिहार के महतो गैंग के बदमाश पिंटू महतो इस वेब सीरीज के मुख्य विलेन है. सीरीज में किरदारों के नाम बदल गए हैं. इसलिए सीरीज में पिंटू महतो के किरदार का नाम चंदन महतो रखा है. इस किरदार को एक्टर एक्टर अविनाश तिवारी ने निभाया है और आईपीएस अमित लोढ़ा के किरदार में टीवी एक्टर करन टैकर नजर आ रहे हैं. किताब को स्क्रीन प्ले में उमाशंकर सिंह ने बदला है जो बिहार के सहरसा के रहने वाले हैं.
अपराध के गढ़ों में होती रही पोस्टिंग
बताया जा रहा है कि अमित लोढ़ा ने उन्होंने बिहार के लिए कुछ करने की सोची. बिहार में पोस्टिंग भी ऐसी जगहों पर रही जो अपराध के गढ़ माने जाते थे जैसे नालंदा, बेगूसराय, शेखपुरा, मुजफ्फरपुर और गया आदि. अमित लोढ़ा ने साल 2006 में शेखपुरा के गब्बर सिंह नाम से मशहूर गैंगस्टर अशोक महतो और उसके साथी पिंटू महतो को जेल की हवा खिलाई. कहा जाता है कि उस समय ऐसी हिम्मत तब के बड़े-बड़े पुलिस ऑफिसर भी नहीं कर पाते थे.
ये है सीरीज की कहानी
बिहार के खूंखार महतो गैंग की एक समय बिहार में तूती बोलती थी. बिहार का यह एक बड़ा गैंगस्टर ग्रुप होता था. महतो गैंग के डॉन अशोक महतो के साथी पिंटू महतो पर करीब 30 मामले दर्ज थे और सभी हत्या और अपहरण के मामले थे. एक बार उसे गिरफ्तार भी किया लेकिन वह दो पुलिस वालों के घाट उतार कर जेल तोड़कर भाग गया. उस समय अमित लोढ़ा ने अपनी सूझबूझ और बहादुरी से इस गैंगस्टर को पकड़ा था.