योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि एक दौर में ताजियों के नाम पर घर तोड़े जाते थे. आज ये मनमाना तरीका नहीं चलता, याद कीजिए मुहर्रम (Muharram) के समय में सड़कें खाली हो जाया करती थीं. आज मुहर्रम आयोजित हो रहा है इसका पता भी नहीं लग रहा. ताजिया के नाम पर घर तोड़े जाते थे, पीपल के पेड़ काटे जाते थे, सड़कों के तार हटाए जाते थे. आज कहा जाता है किसी गरीब की झोपड़ी नहीं हटेगी. आज कहा जाता है सरकार नियम बनाएगी, त्योहार मनाने हैं तो नियमों के अंतर्गत मनाओ नहीं तो घर बैठ जाओ..."