सोमवार को फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बनारस के घाटों की जीवंतता देखने आए. उनके स्वागत के लिए बनारस के घाट सजकर तैयार थे. कला और संस्कृति के साथ बनारस के घाटों के वैभव से भी वे परिचित हुए. लेकिन घाटों के कई टूटे हिस्से उनकी नजरों से छुपा लिए गए. पीएम और राष्ट्रपति की निगाह न पड़ सके इसके लिए प्रशासन ने टूटे घाटों की सीढ़ियों को मैट और स्वागत की होर्डिंग लगाकर छुपा दिया था.