लगभग एक महीना होने जा रहा है जब देश में नागरिकता संशोधन क़ानून पास हो गया और उसके बाद से लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है. विरोध उग्र हुआ, उससे निपटने के लिए प्रशासन उग्र हुई और उसके चलते एक ऐसा चेन रिएक्शन शुरू हो गया है कि अब आरोप और प्रत्यारोप का एक लंबा सिलसिला शुरु हो चला है. लेकिन पुलिस बर्बरता और हिंसा वाले धरने के बीच कुछ शांतिप्रिय आवाज़ भी हैं. उन लोगों की जो असल में इसके ख़िलाफ़ हैं. और उन लोगों की भी, जो इसका समर्थन कर रहे हैं.