बीजेपी के खिलाफ लामबंद होने की कोशिश कर रही महाविकास आघाड़ी में बात बनने की बजाय और बिगड़ गई है। एकतरफ शिवसेना ने विवादित सीटों पर भी अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर कांग्रेस एनसीपी को नाराज कर दिया तो दूसरी तरफ वंचित बहुजन आघाड़ी ने भी अपने 8 उम्मीदवारों की सूची जारी कर महाविकास आघाड़ी से अलग राह लेने का संकेत दे दिया है। कांग्रेस के नेता संजय निरुपम ने तो अपने नेतृत्व पर शिवसेना के सामने घुटने टेकने का आरोप लगाया और यहां तक कह दिया कि अगर एक हफ़्ते में अगर कुछ परिवर्तन नही होता है तो वो अपना फैसला लेने के लिए आजाद हैं।