सिर्फ 14 साल में झारखंड में नौ बार मुख्यमंत्री बदले और दो बार राष्ट्रपति शासन रहा। राज्य के जन्म से ही राजनीतिक अस्थिरता और जोड़-तोड़ झारखंड की नियति बन गए। क्या इस बार झारखंड में स्थिर सरकार बन पाएगी, झारखंड की राजनीति की आशाओं- आकांक्षाओं पर सियासी दलों से बातचीत की एनडीटीवी के चेयरमैन प्रणॉय रॉय ने।