विदेश मंत्रालय ने इस बात की तस्दीक कर दी है कि कुछ भारतीय नागरिक रूस-यूक्रेन युद्ध में फंस गए हैं. ये भारतीय युद्ध के फंटलाइन पर हैं. रूस में सपोर्ट वर्क के नाम पर झांसा देकर एक ट्रैवल एजेंट कई युवाओं को वहां ले गया. उन्हें रूसी भाषा में कॉन्ट्रैक्ट साइन कराकर मिलिट्री ट्रेनिंग दी गई और युद्ध के मोर्चे पर भेज दिया गया.