दिल्ली की हवा ज़हरीली हुई जा रही है. ये सिर्फ हमें नहीं सारी दुनिया को मालूम है. कंक्रीट के इस जंगल में अगर कोई फेफड़ा बचा है तो वो उन पेड़ों का है जो सड़क किनारे तमाम गाड़ियों की धूल फांकते हैं. लेकिन दिल्ली में विकास का मंसूबा बांधने वाले लोग इन बचे-खुचे पेड़ों को भी काटने पर तुले हैं. एकाध नहीं, कुल 14000 पेड़ काटे जा रहे हैं. अगर यकीन न हो तो आपको विस्तार से बता दें. देखिए यह खास एपिसोड.