भारत की राजनीति और उसके मुद्दे व्हाट्स एप यूनिवर्सिटी के गुडमार्निंग मेसेज की तरह हो गए हैं. जिस तरह से अब सबको पता है कि व्हाट्स एप यूनिवर्सिटि में गुडमार्निंग मैसेज आएगा ही और मेसेज में धार्मिक तस्वीरें होंगी, नैतिक संदेश होंगे, माता पिता का आदर करना है टाइप के, गुलाब का फूल तो होता ही है और पहाड़ों से निकलते सूरज की तस्वीर के बिना गुडमार्निग मेसेज कभी पूरा नहीं होता है. आप लाख मना करें कि प्लीज़ मेरे इनबाक्स में गुडमार्निग मेसेज न भेजें, फिर भी अगली सुबह गुडमार्निंग मेसेज आ ही जाता है. ये एक किस्म की बीमारी है, इससे गुडमार्निंग कम, ऊब ज्यादा होती है. ठीक इसी तरह भारत की राजनीति में अब तय सा हो गया है कि आज क्या प्रोपेगैंडा चलेगा.