दिल्ली एनसीआर में बढ़े प्रदूषण पर चर्चा के लिए सदन में आज सांसदों को बुलाया गया था लेकिन कम संख्या में सांसद चर्चा के लिए पहुंचे. ऐसे में प्रदूषण को लेकर सांसदों की गंभीरता पर भी प्रश्नचिन्ह उठ गया है. विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदूषण से जनता को परेशानी तो होती है लेकिन जनता इस मुद्दे पर किसी पार्टी या प्रत्याशी को वोट नहीं देती है. अगर जनता इनको गंभीरता से लेगी तो निश्चित तौर पर चुनाव में इन मुद्दों की गूंज सुनाई देने लगेगी.