कश्मीर के बहुत से छात्र हमें लिख रहे हैं कि घर वालों से संपर्क न होने के कारण उन्हें फीस देने में दिक्कत आ रही है. जो घाटी में रह रहे हैं उन्हें सही समय पर सूचना न मिलने के कारण एडमिशन नहीं मिल पा रहा है. हमारे दफ्तर श्रीनगर की नीलम फारूख़ आई थीं. नीलम अपने पिता के साथ आई थीं. 23 सितंबर को दिल्ली पहुंचने पर नीलम को पता चलता है कि जामिया मिलिया इस्लामिया की मेरिट सूची में उसका नाम है. नीलम ने मार्च के महीने में बीए जनरल के लिए आवेदन किया था. जून में प्रवेश परीक्षा हुई थी, लेकिन जब रिज़ल्ट आया तब कश्मीर में काफी कुछ बदल चुका था. 23 सितंबर को वह दिल्ली आईं तब बताया गया कि 24 सितंबर ही आखिरी तारीख है. जब वह 24 को पहुंचीं तो कहा गया कि 15 अगस्त तक ही स्पॉट एडमिशन ले लेना चाहिए था. तीसरी मेरिट लिस्ट जब जारी हुई तो उसमें नीलम का नाम था लेकिन तब तक कश्मीर में इंटरनेट शट डाउन हो गया था इसलिए उन्हें खबर ही नहीं लगी.