प्रोफ़ेसर प्रवीण झा का कहना है कि पीएम ने जो दो ऐलान मुआवज़े को लेकर किए हैं उनका स्वागत किया जाना चाहिए, लेकिन उन्होंने साथ ही ये सवाल भी उठाया कि नुकसान के आकलन करने में देरी क्यों होती है। उनका कहना है कि सरकार को इस मुद्दे पर कुछ करना चाहिए। वहीं उन्होंने कहा कि राज्यों को आपात फंड से पैसा देने को कहना ग़लत है, क्योंकि नुकसान बहुत ज़्यादा है और आपदा फंड में पैसा उतना नहीं होता है।