बसपा प्रमुख मायावती ने फिर से प्रधानमंत्री मोदी के पिछड़ा होने पर सवाल उठाया है. मायावती ने कहा है कि पीएम जन्म से ओबीसी नहीं हैं, उन्होंने जातिवाद का दर्द नहीं झेला है, उत्पीड़न नहीं झेला है, उन्हें महागठबंधन के बारे में झूठ नहीं बोलना चाहिए. मायावती के इन बयानों के पीछे मोदी का वो बयान है जब पीएम ने महागठबंधन पर जातिवादी होने का आरोप लगाया. मायावती ने इसे हास्यासपद बताया है और कहा है कि अपने स्वार्थ के लिए वो जबरदस्ती का पिछड़ा बन रहे हैं. गठबंधन पर आरोप लगाने के बजाए मोदी को गुजरात को देखना चाहिए जहां अब भी दलित इज्जत की जिंदगी नहीं जी पाते. अब भी दलितों को घोड़ी चढ़ने की इजाजत नहीं. इस पर बीजेपी की तरफ से प्रतिक्रिया आई है.