शुरुआत से कोवैक्सीन को लेकर एक झीझक नजर आई. लेकिन बुधवार को जब एक अंतरिम रिपोर्ट आई है, उसमें ये वैक्सीन कितना प्रभावी है उसको लेकर डाटा रिलीज हुआ. रिपोर्ट में 81 फीसदी तक इसको प्रभावी बताया गया है. वहीं, दूसरी तरफ जो कोविशील्ड है, उसके आंकड़ें यानी कितना प्रभावी है, उसको देखें तो करीब 70-71 फीसदी है. लेकिन ये चर्चा करने के पीछे अहम वजह ये है कि कैसे राज्य इनका उपयोग कर रहे हैं. चाहे कोविशील्ड हो या फिर कोवैक्सीन हो. अभी तक हमें जानकारी है कि चार कैटेगरी के तौर पर ये वैक्सीन दी जा रही है. जिसमें हेल्थ केयर वर्कर्स हों या फिर फ्रंटलाइन वर्कर्स हों, 60 साल से ऊपर के लोग हों या फिर 45 से 59 साल के वो लोग जो गंभीर बीमारियों से पीड़ित हों. उन लोगों को ये वैक्सीन दी जा रही है.