अब मुझे भी याद नहीं है कि साढ़े चार साल में हत्या के लिए बन जाने वाली भीड़ पर प्राइम टाइम के कितने एपिसोड किए होंगे. कोई ऐसा महीना नहीं गुज़रता जब भीड़ की हत्या की घटना हमारे सामने नहीं होती. आज ही जब सुप्रीम कोर्ट भीड़ को लेकर व्यापक हस्तक्षेप करते हुए दिशानिर्देश तय कर रही थी उसी के आस पास झारखंड के पाकुड़ में स्वामी अग्निवेश को तीस चालीस लोग घेर कर मारने लगे. उन्हें बुरी तरह मारा गया है. स्वामी अग्निवेश पाकुड़ के मुस्कान होटल में पत्रकारो को संबोधित कर बाहर निकले ही थे कि भीड़ ने उन्हें घेर लिया. स्वामी अग्निवेश गुस्साए लोगों से बात करने का प्रस्ताव करते रहे मगर भीड़ ने उन्हें मारना नहीं छोड़ा. मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश भी दे दिए मगर देश भर में घूम घूम कर अपनी बात कहने वाले स्वामी अग्निवेश की किसी बात से किसी को आपत्ति हो भी सकती है तो क्या यह तरीका है कि राजनीतिक दल के लोग कानून हाथ में ले ले और उन्हें मार मार कर घायल कर दे. उन्हें गाली दे. आप पहले वीडियो देखिए फिर यह सवाल पूछिए कि ऐसा कब तक चलेगा. क्यों इतना आसान होता जा रहा है कि कुछ लोग किसी को भी घेर कर मारने लग जा रहे हैं.