राजनीतिक विरोध का ख़ामियाज़ा मूर्तियों को भुगतना पड़ रहा है. उत्तर पूर्व में चुनावों में बीजेपी की चुनावी जीत के बाद मूर्ति गिराने का त्रिपुरा में जो सिलसिला शुरू हुआ वो अब दूसरे राज्यों में भी फैल रहा है. अब चेन्नई में समाज सुधारक पेरियार की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया गया. पेरियार जिनकी मूर्ति को तोडा गया, पेरियार एक बड़े नेता थे जिनकी मूर्ति पर हमला किया गया है. लेकिन जब लेनिन की मूर्ति को तोड़ा गया तब सभी चुप थे. सरकार चुप थी राज्यपाल चुप थे. लेकिन पेरियार की मूर्ति जब तोड़ी गई तो तुरंत सरकार से बयान आ गया.