राज्यों के चयन आयोगों पर बात करना अर्जेंट हो गया है. नौजवान फार्म भर कर परीक्षा का इंतज़ार कर रहे हैं और जो परीक्षा दे चुके हैं वो रिज़ल्ट का इंतज़ार कर रहे हैं और जिनका रिज़ल्ट आ चुका है वो ज्वाइनिंग लेटर का इंतज़ार कर रहे हैं. भारत के नौजवानों की जवानी के पांच से सात साल इसी में कट जा रहे हैं. नौकरियों पर प्राइम टाइम के दूसरे एपिसोड में जब हमने स्टाफ सलेक्शन कमिशन के 2015 की परीक्षा का हाल बताया तो रिज़ल्ट आने के बाद भी पांच महीने से इंतज़ार कर रहे दस हज़ार से अधिक छात्रों को उम्मीद जगी है कि सरकार ज्वाइनिंग लेटर भेज देगी. इनमें से कई छात्रों ने मुझे फोन पर बताया कि वे बैंक या किसी और चीज़ की नौकरी छोड़ कर आए कि इनकम टैक्स में लगेंगे, सीएजी में लगेंगे. मगर कहीं से ज्वाइनिंग लेटर नहीं आ रहा है जबकि वे रिज़ल्ट में पास हो गए हैं.