इन दिनों पूरा देश राममय नजर आ रहा है. दरअसल 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. एक पंथ ऐसा भी है, जो रामभक्त है लेकिन वो मंदिर नहीं जाता. छत्तीसगढ़ के रामनामी पंथ ने अपने तन को ही राम मंदिर मान लिया है. इस पंथ के लोगों ने अपने पूरे शरीर पर “राम” गुदवा लिया. बताया जाता है कि दलित युवक परसूराम ने रामनामी पंथ की स्थापना की. जिसे जाति व्यवस्था के खिलाफ क्रांति भी माना जाता है.