नौकरियां लगातार जा रही हैं. बड़ी संख्या में लोगों का पलायन हुआ है. हालत ये है की जो फैक्ट्रियों में काम करते थे वो अब मनरेगा के मज़दूर बन गए हैं. कोई काम धंधा नहीं होने से पढ़े लिखे लोग मज़दूरी करने को मजबूर हैं. अर्थव्यवस्था की हालत और क्या हैं चुनौतियां? कैसे बेरोज़गारी होगी दूर और किसानों के साथ नीति कितनी है सही. इन तमाम मुद्दों पर हमने बात की नोबेल पुरस्कार विजेता और अर्थशास्त्री प्रोफेसर अभिजीत बनर्जी से.