सरमा से उनके उक्त बयान के संदर्भ में उनकी पार्टी के नेताओं द्वारा भड़काऊ बयानबाजी, "लव जिहाद" और आफताब पूनावाला पर उनकी टिप्पणी, अपनी गर्ल फ्रेंड की हत्या के मामले में गिरफ्तार व्यक्ति, या केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की 2002 के दंगाइयों को "सबक" सिखाने की टिप्पणी के बारे में अपना नजरिया साफ करने को कहा गया तो उन्होंने कहा, "आपके लिए यह एक सांप्रदायिक बयान है, किसी भी वामपंथी झुकाव वाले व्यक्ति के लिए यह एक सांप्रदायिक टिप्पणी है, लेकिन मैंने यह राष्ट्रीय भावना में कहा है."