विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 14 जनवरी को रूसी तेल खरीद को लेकर भारत पर पड़ रहे दबाव के बारे में बात की. उन्होंने कहा, ''यूक्रेन संघर्ष एक चुनौती थी, पहली समस्या पश्चिमी देशों के सामने यह रखनी थी कि रूस के बारे में उनका आकलन हमारे जैसा नहीं है. हमारा अनुभव सकारात्मक रहा है.”