महाराष्ट्र के महासंग्राम ने मुंबई से लेकर दिल्ली तक पूरी राजनीति को मथ कर रख दिया है. रविवार को ये मसला सुप्रीम कोर्ट के सामने भी पहुंच गया. छुट्टी होने के बावजूद सुप्रीम कोर्ट खुली और इस मसले पर एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना के पक्ष की ओर से दलीलों को सुना. केंद्र सरकार की ओर से भी दलीलें रखी गईं. नतीजा ये निकला कि सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को कल सुबह साढ़े दस बजे तक वो दोनों पत्र सामने रखने को कहा जिनमें बहुमत का दावा किया गया और देवेंद्र फडणवीस को सरकार बनाने का न्योता दिया गया. इन पत्रों को पढ़ने के बाद ही सुप्रीम कोर्ट कल फ़्लोर टेस्ट कराने की मांग पर कोई फ़ैसला करेगा. महाराष्ट्र में जिस तरह आधी रात को राजनीतिक घटनाक्रम पलटा उससे संविधान के जानकारों में भी बहस छिड़ी हुई है. ये बहस चल रही है कि क्या राज्यपाल ने अपनी शक्तियों का दुरुपयोग किया. संविधान के जानकार मानते हैं कि जो भी हुआ हो लेकिन इस मामले में अगला कदम अब फ़्लोर टेस्ट ही है.