कंपनी के लिए जरूरी है कि वो अपने प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट में वर्चुअल करेंसी से होने वाली कमाई लिखें. उन्हें अपनी बैलेंस शीट में क्रिप्टो करेंसी की अमाउंट डिस्क्लोज करना जरूरी है. अब भारत में कुछ पैसिफिक इनकम है, जिस पर टैक्स नहीं लगता है. लेकिन अब क्रिप्टो उस लिस्ट में नहीं है.