अभी लोकसभा चुनाव के दो चरण बाकी हैं. 23 मई को क्या होगा, यह कोई नहीं जानता, लेकिन कई विपक्षी पार्टियों ने सरकार बनाने के लिए अभी से जुगाड़ लगाना शुरू कर दिया है. पर इन्हें एक डर है. वह यह कि त्रिशंकु लोक सभा के हालात में बीजेपी अगर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरे तो कहीं राष्ट्रपति उसे सरकार बनाने के लिए न बुला ले. ऐसा 1996 में हो चुका है, जब तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा ने अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बीजेपी को सरकार बनाने के लिए बुलाया था. तब बीजेपी को 161 सीटें ही मिली थीं. वे अपना बहुमत साबित नही कर पाए थे और तेरह दिन में ही सरकार गिर गई थी.