इस बार के लोकसभा चुनाव में स्थानीय मुद्दे बहुत खास होने वाले है. यही वजह है कि सभी पार्टियां अपने अपने स्तर पर लोगों का ध्रुवीकरण करने की कोशिश में जुटी है. इस बार के चुनाव में स्थानीय मुद्दे खासतौर पर लोगों के बीच पहली प्राथमिकता है. लोगों का मानना है कि सरकार चाहे किसी की भी आए लेकिन उनका विकास होना चाहिए.