दो साल पहले चेन्नई में सूखा पड़ा था. 140 साल बाद ऐसा सूखा पड़ा था. इस साल चेन्नई महानगर में पाइप से सप्लाई होने वाले पानी में 40 प्रतिशत की कटौती कर दी गई है. महानगर को 800 मिलियन लीटर हर दिन पानी चाहिए लेकिन मिल रहा है मात्र 550 मिलियन लीटर. पानी की समस्या चेन्नई की नहीं है. उत्तर भारत के कई शहरों और गांवों में भी है. दुख होता है कि इसके बाद भी हाउसिंग सोसायटी में स्वीमिंग पूल चल रहे हैं. चेन्नई से रिपोर्ट मिलने में भाषा की भी दिक्कत होती है लेकिन रूस्टर न्यूज़ के राहुल वल्लाम्बर ने हमारे लिए रिपोर्टिंग कर दी है.